Рет қаралды 388
अधिक मोटापा बीमारियों का घर है. यानी इस तरह की समस्या के चलते शरीर को कई तरह की बीमारियां घेर लेती है. अधिकांश लोग मोटापे जूझ रहे हैं. इसके कारण चलना-फिरना, कामकाज जैसे सामान्य जीवन प्रभावित होते हैं. देखा गया है कि हमारे यहां 15 फीसदी से अधिक जनसंख्या अत्यधिक मोटापे की शिकार है. इसमें से 10 फीसदी लोगों बीपी, शुगर, कोलेस्ट्राल के साथ ही अन्य गंभीर बीमारियाें से जूझ रहे हैं. इसको देखते हुए अपने शरीर को संतुलित वजन में रखना जरूरी है. यह कहना है आइजीआइएमएस जीआइ सर्जरी विभाग के एडिशनल प्रो. डॉ साकेत कुमार का. उन्होंने मोटापा, गॉल ब्लेडर, आंत व पेट के कैंसर समेत अन्य बीमारियों के बचाव के बारे में जानकारी दी. आइजीआइएमएस में बेरियाट्रिक सर्जरी से मिल रही राहत
डॉ साकेत कुमार ने बताया कि गैस्ट्रिक बाईपास और अन्य वजन घटाने वाली सर्जरी को बेरिएट्रिक सर्जरी के रूप में जाना जाता है. जिसमें जरूरत से ज्यादा वजन से परेशान व्यक्ति की वजन घटाने में मदद करने के लिए पाचन तंत्र में बदलाव किए जाते हैं. अधिक मोटापा के लिए बैरिएट्रिक सर्जरी जरूरत है. आइजीआइएमएस में अब तक करीब 25 मरीजों की सफल सर्जरी की जा चुकी है. बैरिएट्रिक सर्जरी अपने आप में एक सुरक्षित प्रक्रिया है, खासतौर से हाल के कुछ वर्षों में सर्जरी के क्षेत्र में हुई प्रगति के मद्देनजर यह बेहद सुरक्षित बन चुकी है.
हिंदी (Hindi) में बड़ी खबरें (Big News), ब्रेकिंग न्यूज (Breaking News), वीडियो (Videos), बिहार (Bihar), झारखंड (Jharkhand), बंगाल (Bengal) और देश-दुनिया (India & Around The World) और बॉलीवुड (Bollywood) की लेटेस्ट अपडेट्स (Latest Updates) के लिए जुड़े रहिए हमारे यूट्यूब चैनल (Prabhat Khabar KZfaq Channel) के साथ.
#stomach #stomachcancer #gallbladderstones
Official Website: www.prabhatkhabar.com/
Install Prabhat Khabar Android App: play.google.com/store/apps/de...
Subscribe to our Channel: / prabhatkhabartv
Like us on Facebook: / prabhat.khabar
Follow us on Twitter: / prabhatkhabar
Follow us on Instagram: / prabhat.khabar
For Grievance related queries visit www.prabhatkhabar.com/grievance
About The Company:
वर्ष 1984 में स्थापित न्यूट्रल पब्लिशिंग हाउस लिमिटेड भारत के शीर्ष मीडिया एवं संचार समूहों में एक है. यह झारखंड, बिहार और पश्चिम बंगाल में सक्रिय है. इसके फ्लैगशिप ब्रांड का नाम है प्रभात खबर. कंपनी मोबाइल और गांवों के लिए निकलने वाले साप्ताहिक समाचार पत्र के जरिये इवेंट एवं आउटडोर, इंटरनेट, वैल्यू ऐडेड सर्विसेज भी देती है.
प्रभात खबर महज एक समाचार पत्र नहीं है. यह लोगों की आवाज और आत्मा बन चुकी है. पत्रकारिता को समर्पित इस समाचार पत्र ने पत्रकारीय धर्म और उसके पारंपरिक मूल्यों से कभी समझौता नहीं किया. इस संस्थान ने सदैव पत्रकारिता के मूल्यों का पालन किया. आज के दिन में प्रभात खबर भारत के सबसे ज्यादा प्रसारित हिंदी समाचार पत्रों की लिस्ट में सातवें नंबर (IRS Q4 2012) पर है. पाठक संख्या की वृद्धि के मामले में देश के 10 सबसे तेजी से बढ़ते हिंदी समाचार पत्रों में यह अखबार शीर्ष पर था. इस समाचार पत्र की संपादकीय टीम ने सुशासन और पाठक केंद्रित ऐसे विषयों को उठाया, जो आगे चलकर मुद्दा बन गया. प्रभात खबर रांची, जमशेदपुर, धनबाद, देवघर, पटना, मुजफ्फरपुर, भागलपुर
और कोलकाता में प्रकाशित और प्रसारित होता है.