Рет қаралды 101,661
यह अवधी बिरहा आल्हा खंड की वंशावली को दर्शाता है परम पूज्य गुरु स्वर्गीय सहदेव वर्मा द्वारा रचित है जिन्होंने अन्य खंडों में आलखंड की रचना की है प्रस्तुत गीत उसी में से लिया गया है यह गीत गुरु जी के श्री चरणों में समर्पित है इस गीत में परमाल की शादी महोबा की लड़ाई महोबा कैसे मिला परमाल सिंह को और माहिल मामा क्यों हमेशा लकड़ी लगा कर एक दूसरे को लगाते रहते थे क्योंकि उनके महोबा को उनसे छीन लिया गया था
विशेष आभार श्री राम मिलन मौर्य
श्री राम सुधार मौर्
स्वर बलिराम यादव उजाला
गीत स्वर्गीय सहदेव वर्मा
आशीर्वाद श्री राम धीरज यादव गुरुजी
साथी तिलकराम यादव अवधेश यादव राजन यादव राजकरण यादव
हारमोनियम रामू मोरिया नगाड़ा रामकुमार
#birha #awdhilokgeet #desi birha #awdhibirha