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भारतीय राजपुताना सेवा संगठन के बारे में -
"सेवा अस्माकं धर्म, सेवा परमो धर्म"
भारतीय राजपूताना सेवा संगठन में आपका स्वागत है,
संगठन का परिचय :
भारतीय राजपूताना सेवा संगठन स्थापना :- दिन मंगलवार तिथि :-रामनवमी 12- अप्रैल-2011
संस्थापक :- माननीय श्री अनिल सिंह सिकरवार (भूतपूर्व सैनिक )
उद्देश्य:- समाज को समाज के ही लोगों द्वारा मदद पहुँचाना।।
हमारे सामाजिक लक्ष्य :
: किसी गरीब लड़का लड़की को एजुकेशन में मदद करके।
: समाज में गरीब परिवार को छोटे लेवल पर रोजगार देने का कार्य करके।
: दहेज़ प्रथा का अंियों करना तथा शादी समारोह में सनातन संस्कृति के आधार पर सादगीपूर्ण बनाना।
: किसी गरीब लड़का लड़की का शादी कराएं |
: नशा खुद ना करें और समाज के लोगों को भी इससे दूर रखकर |
: सामाजिक कुरीतियों का अंत करना।
: संयुक्त परिवार व्यवस्था के महत्व को बढ़ाना।
: सामाजिक समरसता तथा एकता को बढ़ावा देना।
: सांस्कृतिक समायोजन तथा पुरातन संस्कृति को आधुनिक समाज के अनुरूप पुनर्जीवित करना।
: क्षत्रिय राजपूत समाज का इतिहास का चर्चा अपने घर और समाज में करके ताकि हमारे बच्चे किसी भी गलतफहमी काहै शिकार ना हों |
संगठन का संकल्प: प्रत्येक राजपूत को जोड़ना, सेवा भाव पैदा करना और बेरोजगार युवाओं को रोजगार परक बनाना।
विचार: इन सभी तरह के कार्यों को करके हम अपने समाज का कुछ कल्याण कर सकते हैं |
हम आलोचना तथा विरोध में समय गंवाने कि बजाय अपने स्तर पर खुद के प्रयास से उदाहरण पेश करते हुए समाज के मार्गदर्शन तथा समस्या का समाधान करने में विश्वास करते है। आज का युवा दिशाहीन है इसलिए युवा शक्ति को जागरूक करते हुए उत्साहित तथा स्फूर्त करना होगा, जिसमे वो लोग आगे आकर समाज के प्रति अपना कर्तव्य निभाए तथा समाज के प्रति अपना फ़र्ज़ निभाते हुए नए समाज के निर्माण में अपना योगदान दे। सभी समस्याओं का समाधान आपसी सामजस्य अभी हम कुछ मजबूत क्षेत्र में प्रयोगात्मक कार्य शुरू करने जा रहे हैं, जिस में आप सभी का सहयोग आवश्यक है।
संस्थापक अध्यक्ष का संकल्प:- प्रत्येक राजपूत को जोड़ना ,सेवा भाव पैदा करना और बेरोजगार युवाओ को रोजगार परक बनाना । अनिल सिंह सिकरवार का संकल्प सत्ता में भागीदारी नही , राजनीति नही बल्कि सामाजिक समृद्धि है ।
भारतीय राजपुताना सेवा संगठन के बारे में -
"सेवा अस्माकं धर्म, सेवा परमो धर्म"
भारतीय राजपूताना सेवा संगठन में आपका स्वागत है,
संगठन का परिचय :
भारतीय राजपूताना सेवा संगठन स्थापना :- दिन मंगलवार तिथि :-रामनवमी 12- अप्रैल-2011
संस्थापक :- माननीय श्री अनिल सिंह सिकरवार (भूतपूर्व सैनिक )
उद्देश्य:- समाज को समाज के ही लोगों द्वारा मदद पहुँचाना।।
हमारे सामाजिक लक्ष्य :
: किसी गरीब लड़का लड़की को एजुकेशन में मदद करके।
: समाज में गरीब परिवार को छोटे लेवल पर रोजगार देने का कार्य करके।
: दहेज़ प्रथा का अंियों करना तथा शादी समारोह में सनातन संस्कृति के आधार पर सादगीपूर्ण बनाना।
: किसी गरीब लड़का लड़की का शादी कराएं |
: नशा खुद ना करें और समाज के लोगों को भी इससे दूर रखकर |
: सामाजिक कुरीतियों का अंत करना।
: संयुक्त परिवार व्यवस्था के महत्व को बढ़ाना।
: सामाजिक समरसता तथा एकता को बढ़ावा देना।
: सांस्कृतिक समायोजन तथा पुरातन संस्कृति को आधुनिक समाज के अनुरूप पुनर्जीवित करना।
: क्षत्रिय राजपूत समाज का इतिहास का चर्चा अपने घर और समाज में करके ताकि हमारे बच्चे किसी भी गलतफहमी काहै शिकार ना हों |
संगठन का संकल्प: प्रत्येक राजपूत को जोड़ना, सेवा भाव पैदा करना और बेरोजगार युवाओं को रोजगार परक बनाना।
विचार: इन सभी तरह के कार्यों को करके हम अपने समाज का कुछ कल्याण कर सकते हैं |
हम आलोचना तथा विरोध में समय गंवाने कि बजाय अपने स्तर पर खुद के प्रयास से उदाहरण पेश करते हुए समाज के मार्गदर्शन तथा समस्या का समाधान करने में विश्वास करते है। आज का युवा दिशाहीन है इसलिए युवा शक्ति को जागरूक करते हुए उत्साहित तथा स्फूर्त करना होगा, जिसमे वो लोग आगे आकर समाज के प्रति अपना कर्तव्य निभाए तथा समाज के प्रति अपना फ़र्ज़ निभाते हुए नए समाज के निर्माण में अपना योगदान दे। सभी समस्याओं का समाधान आपसी सामजस्य अभी हम कुछ मजबूत क्षेत्र में प्रयोगात्मक कार्य शुरू करने जा रहे हैं, जिस में आप सभी का सहयोग आवश्यक है।
संस्थापक अध्यक्ष का संकल्प:- प्रत्येक राजपूत को जोड़ना ,सेवा भाव पैदा करना और बेरोजगार युवाओ को रोजगार परक बनाना । अनिल सिंह सिकरवार का संकल्प सत्ता में भागीदारी नही , राजनीति नही बल्कि सामाजिक समृद्धि है ।