Рет қаралды 7,178
धान की नर्सरी डालने से पूर्व बीज उपचार को धूप में 2-3 घंटे के लिए रखे उसके पश्चात् फफूंदनाशी एवं कीटनाशी से उपचार करे
धान के बीज पानी में नमक का दो प्रतिशत का घोल तैयार करें, इसके लिए 20 ग्राम नमक को एक लीटर पानी में अच्छी तरह मिलाएं। इनमें बुवाई के लिए काम में आने वाले बीजों को डालकर हिलाए, जिससे हल्के व रोगी बीज इस घोल में तैरने लगते हैं। इन्हें निथार कर अलग कर दें और तली में या नीचे बैठे बीजों को साफ पानी से धोकर सुखाकर फिर फफूंदनाशक, कीटनाशक व जीवाणु कल्चर से उपचारित करके बुवाई करें। फफूंदनाशी बाविस्टीन दो-तीन ग्राम प्रति किग्रा एवं कीटनाशी इमिडाक्लोप्रिड या थियामेथोक्सम कीटनाशी की दो-तीन ग्राम प्रति किग्रा से बीज उपचार करने के बाद धान की नर्सरी में बीज डाले