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GOGA MEDI MANDIR #gogamedi dham#गोगाजीगोगाजी मंदिर का इतिहास# Gogamedi Temple in Rajasthan##india visiting places#india famous temple #rajasthan visiting placesको राजस्थान का लोक देवता माना जाता हैं. जिसकी जन्म स्थली चुरू जिले के ददरेवा गाँव थी. उनका जन्म राजस्थान के ददरेवा (चुरू) चौहान वंश के राजपूत शासक जैबर (जेवरसिंह) की पत्नी बाछल के गर्भ से हुआ. गोगाजी गुरुगोरखनाथ के परमशिष्य थे.
एक हजार वर्ष पहले गोगाजी और आक्रमणकारी महमूद गजनवी के बीच युद्ध हुआ था. युद्ध में गोगाजी ने आस-पास के इलाकों से सेना बुलाई थी. लड़ाई के लिए आये सैनिक अपने साथ रसद में दाल और प्याज भरके लाये. इस युद्ध में गोगाजी वीरगति को प्राप्त हुए. उनकी मृत्यु के बाद वापसी के दौरान उनकी समाधी पर सैनिकों ने प्याज और दाल चढ़ा दिए. जिसके बाद से यह परंपरा चली आ रही हैं. गोगा के कोई पुत्र जीवित न होने से उसके भाई बैरसी या उसके पुत्र उदयराज ददरेवा के राणा बने.
भी धर्मं के लोग यहाँ पर दूर-दूर से मत्था टेकने के लिए आते हैं और दिल खोलकर चढ़ावा चढ़ाते हैं. इस मंदिर में दाल और प्याज को छोड़कर खील, बताशे भी प्रसाद के तौर पर चढ़ाया जाता है. कायम खानी मुस्लिम समाज उनको जाहर पीर के नाम से पुकारते हैं. इस तरह वह एक धर्मंनिरपेक्ष देवता के रूप में यहाँ वि