I miss my old days I'm listening Faizabad radio to 2003 now 2023 I'm from mankapur living Dubai uae but daily listen through newsonair aap
@anamikagiri34374 жыл бұрын
Sbka favourite program... 👌👌 Bahut Accha Sir.. Thank you 🙏
@chitranjan_verma.70707 ай бұрын
Ha ji 👍❣️
@AbhishekYadav-ln5kz10 ай бұрын
भैया प्रणाम
@sakshipandaypanday9040 Жыл бұрын
Wow 😍
@ompathak16942 жыл бұрын
Yar bachpan yad a gaya
@manoramrawat63263 жыл бұрын
My favorite program old lisner from sultanpur up. I live in Jalandhar
@ankiityadav9249 Жыл бұрын
Akashvani Faizabad amazing station..... regional station aur local listener pyaree hote h bahut....
@maheshtiwari354 Жыл бұрын
My favorite program
@PramodMathur223 жыл бұрын
खूबसूरत आवाज़ के साथ।
@businesscoach96703 жыл бұрын
Sir aap Ko bachpan se hi sun raha hu....aap ne bachpan yad dila diya 😘😘
@nitish10883 жыл бұрын
big fan sir ...it is being 5 yr ,i m listening this
@chitranjan_verma.70707 ай бұрын
Aaj Tak kbhi bhi call nahi laga
@rjamarjeetsingh29104 ай бұрын
Call lagegi bas try karte rhen
@chitranjan_verma.70707 ай бұрын
Kabhi aapko milunga
@AshokKumarDwivedy3 жыл бұрын
Jhakkas
@omji2154 жыл бұрын
You are so good sir
@Rahulgupta-hw1ge2 жыл бұрын
Out of UP radio faizabad kaise sun sakte h ?
@rjamarjeetsingh29102 жыл бұрын
Newsonair & all hindi radio Mobile app par
@abhinavpathak66014 жыл бұрын
kzfaq.info/get/bejne/r7Smf9SYtde0f5s.html अयोध्या अपना इतिहास समेटे हुए अलग शहर है और फैजाबाद अपना इतिहास समेटे हुए अलग शहर है। कृपया दोनों का अस्तिव पृथक ही रहने दें। ⬇️⬇️⬇️⬇️⬇️⬇️ कभी कभी बहुत से लोगों को इन दोनों शहरों में भ्रम होने लगता है। प्रायः लोग इन दोनों को एक ही शहर समझने लगते हैं। अयोध्या भारत के प्राचीनतम शहरों में शुमार है और करोड़ों भारतीयों के आराध्य भगवान श्रीराम की जन्मस्थली के रूप में विख्यात है। फैजाबाद भी एक शहर है जो अयोध्या से दस किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। फैजाबाद को अवध के सुबेदार नियुक्त किए गए एक ईरानी सादात अली खान ने 1722 ईसवी में बसाकर अवध की पहली राजधानी बनाया था जिसे बाद में नवाब आसफुद्दौला द्वारा 1775 ईसवी में लखनऊ ले जाया गया जिसके बाद फैजाबाद का पतन हो गया। इस पचास वर्ष की अवधि तक के नवाबों ने उस राजधानी में बहुत सी खूबसरत इमारतों का निर्माण करवाया। लखनऊ की ही तरह ये शहर भी हमें नवाबकालीन दौर की याद ताजा करवाता है। अवध के नवाबों के बारे में अगर हम इतिहास में पढ़ते हैं तो पाते है कि उन्होंने अयोध्या के हनुमानगढ़ी मंदिर का जीर्णोद्धार और लखनऊ शहर के अलीगंज में स्थित एक हनुमान मंदिर का निर्माण करवाया था। फैजाबाद शहर के बसने के बाद भी अयोध्या अपने धार्मिक स्वरूप और धार्मिक पराकाष्टा के कारण आम हिंदू जनमानस के बीच आस्था के केंद्र के रूप में विख्यात रहा। इसे हम इस नजरिए से भी देख सकते हैं कि सादात अली खान ने भगवान श्रीराम के बाद अयोध्या को ही अवध की राजधानी बनाया पर एक ईरानी होने नाते वर्तमान अयोध्या नगर से तकरीबन दस किलोमीटर दूर जाकर अपनी फारसी जुबान में उसे फैजाबाद के नाम से स्थापित किया जिसका अर्थ कुछ विद्वान ऐसे शहर के रूप में निकालते हैं जहां पर सब बराबर हैं, कोई भेदभाव नहीं है। यह एक तरह से गोस्वामी तुलसीदास द्वारा रचित श्रीरामचरितमानस में वर्णित रामराज्य की अवधारणा से मेल खाता है। फिर हमारा देश जब अंग्रेजों के अधीन आया तब उन्होंने फैजाबाद शहर को एक जिले का दर्जा दिया और रामनगरी अयोध्या को भी उस जिले के अंतर्गत कर दिया। वही व्यवस्था तब से लेकर नवंबर 2018 तक रही। योगी आदित्यनाथ की भाजपा सरकार ने अयोध्या शहर को जिला घोषित कर दिया और फैजाबाद शहर को उसका प्रशासनिक मुख्यालय बना दिया। मई 2017 तक फैजाबाद शहर की अलग नगरपालिका थी और अयोध्या शहर की अलग नगरपालिका थी जिसका बाद में सूबे की भाजपा सरकार ने विलय कर अयोध्या नगर निगम नाम से एक नए नगर निकाय को गठित कर दिया। फ़ैज़ाबाद एक बहुत ही खूबसूरत और ऐतिहासिक शहर है। लखनऊ के बाद यह दूसरा शहर है जिसकी इमारतें नवाबकालीन दौर को फिर से जीवन्त कर देती हैं। इस शहर को बहुत से साहित्यकारों, कवियों और स्वतंत्रता सेनानियों की जन्मभूमि और कर्मभूमि होने का गौरव प्राप्त है। रामायण का पहली दफ़े उर्द़ु में तर्ज़ुमा करने वाले महान उर्द़ु कवि और पेशे से वकील पंडित ब्रजनारायण चकबस्त का जन्मस्थल और कर्मस्थल भी फ़ैज़ाबाद ही था। एक निहायती खूबसूरत शहर जिसकी पहचान कभी उत्तर प्रदेश की वर्तमान राजधानी लखनऊ ने छीन ली थी। आज उसी की पहचान हिंदू राष्ट्रवादी सरकार के दौर में उसी के जुड़वा शहर अयोध्या से होने लगी है वह भी तब जबकि दोनों का भिन्न इतिहास है। मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान श्रीराम की जन्मस्थली अयोध्या को विश्वव्यापी पहचान अवश्य मिलनी चाहिए पर किसी ऐसे शहर की पहचान की कीमत पर नहीं जो कि आधुनिक भारत के इतिहास में अवध की पहली राजधानी के तौर पर हमारे मानस पटल पर अंकित है। जिस तरह का सांप्रदायिकता का विषैला जहर भारतवर्ष के बहुसंख्यक वर्ग के मन में एक खास धार्मिक समुदाय को लेकर विगत पांच वर्षों में भरा गया है वह वाकई निंदनीय है। हम यहां किसी भी समुदाय के पैरोकार बनकर नहीं आए हैं। ना ही हम किसी पार्टी विशेष की आईटी सेल से जुड़े हैं। हम सिर्फ एक शहर जिसकी पहचान को हिंदू राष्ट्रवादी सरकार ने खत्म करने की ओर कदम बढ़ा दिए हैं उसी सब को आप सब के समक्ष रखने आए हैं। अवध के नवाबों ने अयोध्या का नाम बदलकर फैजाबाद नहीं रखा था बल्कि उन्होंने अयोध्या से कहीं दूर जाकर एक नवीन और ऐतिहासिक नगर को स्थापित किया था। त्रेतायुग में रामनगरी अयोध्या के बाद आधुनिक भारत के अवध राज्य की पहली राजधानी रहे फैजाबाद शहर के संपूर्ण इतिहास को आप नीचे दिए गए लिंक के द्वारा पढ़ सकते हैं। ⬇️⬇️⬇️⬇️⬇️⬇️⬇️⬇️⬇️⬇️⬇️⬇️⬇️ www.google.com/amp/s/www.livehistoryindia.com/amp/story/cover-story%252F2018%252F11%252F11%252Fthe-story-of-faizabad-its-begums #Rammandir #Ayodhya #Faizabad
@hemanthtiwari72842 жыл бұрын
Good morning
@shuklaradha25223 жыл бұрын
Nice show sir
@Praveenpandey44623 жыл бұрын
Dear sir this is Praveen Pandey from Mumbai.I want tuned live fm faizabaad sir if u have any link plz share with me🙏🙏
@rjamarjeetsingh29102 жыл бұрын
Mob aap Newsonair & all hindi radios
@thisisanika85143 жыл бұрын
Sir mujhe bhi Faizabad radio mein kam karna h How can I do
@rjamarjeetsingh29102 жыл бұрын
Abhi filhaal new penal nhi ban rha hai jab bhi penal banega fm faizabad se announce kiya jayega