Рет қаралды 8,211
देहरादून स्थित भारतीय सैन्य अकादमी में आज पासिंग आउट परेड का आयोजन किया गया।आई एम ए से पास आउट होकर आज 355 युवा भारतीय सेना में अफसर बन गए, पासिंग आउट परेड में मित्र राष्ट्रों के भी 39 कैडेट पास आउट हुए जो अपने देश में सेना के अफसर बनेंगे।परेड के निरीक्षण अधिकारी के तौर पर उत्तरी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल एमवी सुचेंद्र कुमार ने परेड की सलामी ली।
आई एम ए की चेटवुड बिल्डिंग आज फिर एक ऐतिहासिक क्षण की गवाह बनी है। सुबह मार्क्स कॉल के साथ कैडेट्स कदमताल करते हुए ड्रिल स्क्वायर पर पंक्तिबद्ध हुए। रिव्यूइंग ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल एमवी सुचेंद्र कुमार ने परेड का निरीक्षण किया। आर्मी बैंड की धुन पर कैडेट्स ने कदमताल करते हुए शानदार परेड का प्रदर्शन किया। रिव्यूइंग ऑफिसर ने सर्वोत्तम प्रदर्शन करने वाले कैडेट्स को अवार्ड तथा मेडल प्रदान किये। निरीक्षण अधिकारी ने अपने संबोधन में युद्ध के बदलते तरीकों के बीच सूचना,साइबर,अंतरिक्ष मे बदलती तकनीक की अहमियत पर जोर दिया। जोश से भरे कैडेट्स की हौसला अफजाई के लिए तीन-तीन हेलीकॉप्टरों से पुष्प वर्षा की गई, आर्मी बैंड की धुन पर कदमताल करते हुए कैडेट अंतिम पग पार कर चेटवुड बिल्डिंग में प्रवेश कर गए।
परेड के कुछ देर बाद पीपिंग व ओथ सेरेमनी का आयोजन किया गया, जहां कैडेट्स के अभिभावकों ने युवा अफसर के कंधो पर सितारे सजाए। देश के कोने-कोने से आए अभिभावक अपने बेटे के कंधों पर सितारे लागकर उसके अफसर बनने पर खुशी जाहिर की। इस दौरान कैडेट्स ने भी मीडिया से रूबरू होते हुए अपनी कड़ी मेहनत व लग्न के बल पर यहां तक पहुंचाने की बात साझा की। आईएमए के निज़ाम मैदान में कैडेट्स ने तिरंगे के समक्ष देश की रक्षा की शपथ ली, इसके उपरांत कैडेट्स ने कदमताल करते हुए पहला कदम पार किया और आज 154वें रेगुलर कोर्स और 137वें टेक्नीकल ग्रेजुएट कोर्स के कुल 394 आफिसर कैडेट बतौर लेफ्टिनेंट देश-विदेश की सेना की मुख्यधारा में शामिल हो गए ।