जयबागेश्वर धाम अंकल जी आप एक हाथ में जोत रखते हो दूसरे हाथ में घंटी मुझे देखकर ऐसा लगता है जोत बहुत भारी है इसलिए घंटी दूसरे भाई के हाथ में दे दिया करो ताकि आप जोत को दोनों हाथों में बदल बदल कर ले सको बाकी ज्यादा मैं नहीं जानती हूं मुझे जैसा लगा मैंनेबोल दिया