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महिला गोपालक पंचगव्य से जो उत्पाद बनाती है उसके कारण बहुत से लोगों को सेहत में लाभ हो रहा है और इनको गोपालन करना आसान हो गया है क्योंकि पंचगव्य से जो उत्पाद यह बनती हैं उनसे गौशाला को चलाने में आसानी हो गई है गौशाला को केवल दूध से चलना कठिन है ऐसे में पंचगव्य उत्पाद बनाकर के गौशाला को सस्टेनेबल किया जा सकता है साथ में इसे जो उत्पाद बनते हैं जैसे महापंचगव्य घृत नस्य, तकरारिष्ट, देसी घी, गोमूत्र से संजीवनी रस बनाया है और दंत मंजन बनाया है देसी गाय के घी गोबर और जड़ी बूटियां से हवन कुंड बनाया है और धूपबत्ती बनाई है इस तरह से बहुत सी चीज पंचगव्य से बनती हैं और इसे बहुत सारी बीमारियों में लाभ होता है जैसे नजला, सर दर्द, नाक की हड्डी बढ़ना, न्यूट्रीशन की कमी होना इन सभी में पंचगव्य उत्पाद लाभ करते हैं | हृदय रोगों में भी लाभकारी है पंचगव्य के उत्पाद तो चलिए देखते हैं की गौशाला चलने वाली यह महिला पंचगव्य के कौन-कौन से उत्पाद बनाती है और इसे सेहत में क्या-क्या लाभ मिलते हैं |
Desi Gopalan can be sustainable with the use of milk, cow dung and cow urine. There can be 5 produce which are very much healthy and help to sustain desi Cow farming. How Panchgavya produce are made? How these panchgavaya products help to recover from various disease. Here is the detailed information about panchgav utpad.
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