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Singer- Jain Pintu Swami
रिद्धम और संगीत- ताहिर हसन और असद अली
Composition- Rajasthani Traditional
Recording Studio- M.V. Studio
Lyrics: Mahendra Kochar
मरुधर माँडोलि रा वासी वसन्त पाँचम ने गुरु आसी
थारें देवेरे में आवे थाराँ भग्त जी
थारें नगर माँडोलि आवे थाराँ भग्त जी
मरुधर माँडोलि रा वासी गुरुदेव म्हारा आसी….
Lyrics:-
1.घणी दूर अर्ज़ी लेने भग्त आपरा आया
देख मुरतियाँ योगिराज री मन ही मन हर्शाया
थे हो भग्तां रा रखवाला-2
माता वसुदेवी रा लाला
थारें नाम स्युं तरजावे थाराँ भग्त जी
मरुधर माँडोलि रा वासी
2.धर्म तीर्थ रा चेला सारे जग में नाम कमायो
भग्तां पे कोई संकट आवे पल में दूर भगायो
थे हो योगिराज हितकारी-2
थाँ पर जावा वारी वारी
अर्हम जाप मैं जपाँवा दिन रात जी
मरुधर माँडोलि रा वासी
3.पाँचम ने गुरु जनम लियो है पँच महाव्रत धारी
वसन्त रितु लगे सुहाणी गुरु मूरत मनोहारी
थारीं जय जयकार बूलावा थाँ पर तनड़ो मनड़ो वाराँ
थारीं भक्ती में कराला सारी रात जी
थारीं भक्ती में सब जागां सारी रात जी
मरुधर माँडोलि रा वासी