Рет қаралды 3,979
maula ali dargah | मौला अली दरगाह | मौला अली दरगाह औरंगाबाद | maula ali dargah aurangabad #dargah
एक वक्त कि बात है एक शख्स अपनि परेशानी लेकर हजरत अली के दरबार मे पहूंचा और दरबार में बहोत हि भिड थि तो उसि भिड मे एक जगह बैठ गया हजरत अलि सभी कि परेशानि के हल बताते हुए हजरत अली कि नजर जब उस शख्स पर पड़ी तो हजरत अली से रहा नहीं गया क्योंकि वो शख्स बहुत ही परेशान नजर आ रहा था तो हजरत अली ने उसको अपने पास बुलाया और पूछा के ए अल्लाह के बंदे तू इतना परेशान क्यों हैं तु इतना परेशान क्यों दिख रहा है तब उस शख्स ने हजरत अली के पास अपनी परेशानी बयान कि या मौला अली मुझे बहोत हि जरुरी काम से बहुत हि दूर का सफर तय करना है किसि शहर मे मुझे पहुंचना है मगर रास्ते में एक बहुत ही खतरनाक जंगल है पहाड़ी इलाका है वहा पर एक बहुत ही खतरनाक जंगल मे एक शेर रहता है वो शेर आने जाने वाले किसी भि मुसाफिर को छोड़ता नहीं वो उसे खा जाता है या परेशान कर देता है जो भि उस रास्ते से गया उसने कभि वहा से आगे का सफर नहि किया तो या मौला अली या मुश्किल कुशा या शेरे खुदा मेरि जो है तो इतनी मुश्किल आसान करदो तो हजरत अली ने हस कर फरमाया ए अल्लाह के बंदे तू डर मत हजरत अली ने अपने हाथ मे से एक अंगोठि निकाली और उस शख्स को दि और उस शख्स को हजरत मौला अली मुश्किल कुशा ने फ़रमाया के तु अब अल्लाह का नाम लेकर उस रास्ते पर उस सफर पर आराम से जा सकता है जब भि तुझे रास्ते मे कोइ जंगली जानवर शेर या जिन्न वगैरह कुछ भि अगर परेशान करता है तो उसके सामने सिर्फ ये अंगोठि बता देना और उसे मेरा नाम बता देना अब तु बिस्मिल्लाह बोलकर उस रास्ते उस सफर पर आराम से जा सकता है तब उस शख्स ने मौला अली के कहे मुताबिक उस सफर पर निकल गया जब दो चार दिन का सफर तय करने के बाद जब वो शख्स जंगल के अंदर से गुजरने लगा तब वहा पर उसके सामने बहोत हि बडा शेर आ गया तब शेर को देख कर वो शख्स बहोत हि डर गया घबरा गया उसको समझ नहीं आ रहा था के अब मै क्या करूं फिर शेर भि उसको देख कर गुर्राने लगा दहाड़े मारने लगा तब उस शख्स को हजरत मौला अली कि बात याद आई उस शख्स ने जेब मे से हजरत मौला अली कि अंगुठी निकाली और शेर के सामने बताई और उस शेर से कहा के ये अंगोठि मुश्किल कुशा शेरे खुदा मौला अली कि है जैसे हि शेर कि नजर उस अंगोठि पर पड़ी वो शेर बहोत हि डर गया बहुत ही घबरा गया तब शेर ने आसमान के तरफ अपनी गर्दन उठाई ओर जोर जोर से दहाड़े मारने लगा और फिर जमीन के तरफ देखा जमीन के तरफ देख कर जोर से दहाडा फिर पुरब के तरफ देख कर दहाडा फिर पश्चिम के तरफ देख कर दहाडा फिर वैसे हि दहाड़ते हुए जोरो से दहाड़ते हुए जंगल के अंदर भाग गया तब उस शख्स ने अपना सफर पुरा किया और सफर करने के बाद एक देढ़ महिने के बाद हजरत अली के दरबार में पहुंचा और हजरत मौला अली मुश्किल कुशा को सारा वाक़ेआ सुनाया तब उस शख्स ने मौला अली हजरत अली से पुछा के या अलि या मौला अली ये क्या वाक़ेआ था शेर ने उपर आसमान के तरफ देख कर दहाडा जमीन के तरफ देख कर दहाडा पूरब और पश्चिम के तरफ देख कर दहाडा और मुझे बिना कोई तकलीफ़ पहुंचाए वहा से जंगल के तरफ भाग गया तब हजरत अली ने हस कर उस शख्स को जवाब दिया कि शेर ने जब आसमान के तरफ देख कर दहाडा था तो शेर ये कह रहा था के कसम है उस पाक जात कि जिसने आसमान बनाया जब उसने जमीन के तरफ देख कर दहाडा था तब उसने कहा था कसम है पाक जात कि जिसने जमीन बनाई फिर उस शेर ने पुरब के तरफ देख कर दहाडा तब उस शेर ने कहा कसम है उस पाक जात परवरदिगार कि जिसने पुरब से सुरज को उगाया फिर उस शेर ने जब पश्चिम के तरफ देख कर दहाडा तब उस शेर ने ये कहा था के कसम है उस पाक जात परवरदिगार मेरे रब्बुल इज्जत कि के जिसने पश्चिम मे सुरज को डुबोया इस रास्ते जो भि अल्लाह का बंदा मौला अली का मानने वाला इस रास्ते से जब भी आएंगा मै कभि किसि अल्लाह के बंदे को यहां परेशान नहीं करुंगा ये कह कर वो शेर चला गया था
मौला अली की दरगाह
मौला अली की मजार
अली की दरगाह
और जानकारी के लिए आप मूझे और ईंन्स्टाग्राम पर फोलो कर सकते है
Instagram 👇👇
...
#islam #islamic #khwajagaribnawaz #dargah #dargahajmer #dargahvlog #dargahsharif #dargahvlogger #dargahsabirpak #dargah_hussain_belli_ghotki #dargah_weehar_sharif #dargahfatehpursharif