Рет қаралды 5,347
नाग टिब्बा ट्रैकनागटिब्बा ट्रैक के लिएदेहरादून से मसूरी होते हुए यमुनोत्री हाईवे में स्थित नैनबाग पहुचना होगा।नैनबागसे पंतवाडी गांव के लिए सडक जाती है।पंतवाडी नागटिब्बा ट्रैक का बेस कैंपहै।देहरादून से पंतवाडी गांव की दूरी करीब 90 किमी है।पंतवाडी से आगे भी सडक पहुचचुकी है।आप गांव से ही पैदल सफर शुरु कर सकते है जिससे अगले दिन आपको चढाई मेंमुश्किल कम होगी।यहां से पैदल सफर कर करीब 10 किमी के पैदल ट्रैक नागटिब्बा टाप हैजिसे स्थानीय लोग झंडीधार भी कहते है जो नागटिब्बा रेंज का सबसे ऊंचा शिखर है।
नागटिब्बा गढवाल क्षेत्रकी सबसे ऊंची चोटी है जिस सर्फ की चोटी भी कहते है।यह मध्य गढवाल की सबसे ऊंचीचोटी है।नागटिब्बा से करीब डेढ किमी पर नाग देवता का मंदिर भी स्थित है।स्थानीयलोग बरसात के समय यहां अपने मवेशियों के साथ रहते है।यह ट्रैक वैसे तो पंतवाडी सेपापुलर है लेकिन ओंतड,श्रीकोट गांव से भी यह ट्रैक किया जा सकता है।गर्मियों औरसर्दियों में यह बेस्ट वीकेंड ट्रैक है।जौनपुर की लोकसंस्कृति को करीब से जानने केलिए आप ट्रैक के दौरान गांवों में भी रुक सकते है।बांज बुरांश,काफल,मोरू,खर्सू केजंगलों से होकर यह ट्रैक आपको करीब 3060 मीटर तक की ऊचाईं पर लेकर जाता है।जहां सेगंगोत्री रेंज,काला नाग,बंदरपुंछ,केदारनाथ,थलस सागर सहित गढवाल हिमालय की सभीचोटियों दिखती है।
सर्दियों में यह ट्रैक काफी पापुलर है।पंतवाडी गांव से करीब 3किमी की दूरी पर ट्रैक का पहला पडाव भी है जिसे अब बेस कैंप कहा जाता है।जिस दिनहमने ट्रैक शुरु किया उस दिन तेज बारिश और टाप में तेज बर्फबारी और तूफान के कारण समिटपूरा नही हो सका।हवा इतनी तेज थी कि बर्फ के कण हवा के साथ उड रहे थे।मौसम जबज्यादा ही खराब हो गया तो हम वापस बेस कैंप की तरफ लौट आए। इस बेस कैंप के चारोंतरफ घना जंगल है जहां से सूर्यास्त का अदभूत नजारा दिखता है।यहां आपको कई अलग अलगटैंट दिख जाएंगे जिसमें 500 से 1000 रु प्रति व्यक्ति रुकने की व्यवस्था हो जातीहै।
email-gusai.sandeep4@gmail.com
support Rural tales if you like my work and content please support
Sandeep singhICICI BANK 695401503641
Ifsc codeICIC0006954
upi id-gusai.sandeep4@icici
#nagtibbatrek #bestwintertrek #homestay #himakayanhomestay #bakrichap #thegoatvillage #doditaltrek #dayarabugyaltrek #chardhamyatra2024