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एनआरसी की प्रक्रिया उन लाखों लोगों के भविष्य के ऊपर सबसे बड़ा सवाल खड़ा करती है जिनके ऊपर ‘स्टेटलेस सिटिज़ेन’ या ‘बिना देश के नागरिक’ हो जाने का ख़तरा मँडरा रहा है. भारतीय हो, बंगलदेशी हों या कोई और - एनआरसी की लिस्ट से बाहर होकर डिटेंशन सेंटर तक का सफ़र पूरा करने वाले लोगों का भविष्य क्या होगा ? देखिए असम में गहरा रहे पहचान के संकट पर बीबीसी की यह विशेष ग्राउंड रिपोर्ट.
रिपोर्ट- प्रियंका दुबे
वीडियो- देबलिन रॉय