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रचना एवम प्रस्तुतकर्ता - योगेश सकलानी
संयोजन - ओम प्रकाश सेमवाल कलश ट्रस्ट रूदप्रयाग
प्रस्तुति -ओम बधाणी
सहयोग श्री संजय शर्मा दरमोड़ा,श्री दयाल सिंह राणा,श्री पारेश्वर शर्मा दरमोड़ा
आभार -राजेंद्र प्रसाद सेमवाल, डॉ0सुशील पुरोहित,आशीष डंगवाल,रमन शैली
मुद्रण एवम एडिटिंग - Om Music and Films Studio Dehradun
Contat for audio Recording - 7453889944
©Om Badhani Official
@ombadhani
पुछड़ि
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मनखि पर भी यदि पुछड़ि होन्दि त अल़गै मति होण छै
यत ठाठ बाट होण छा यत कुकुर गति होण छै।
कैकि छ्वटि होण छै त कैकि लम्बि होण छै
कैन घुंघर्यल़ि धन छै त
कैकि खड़ि होण छै।
सबेर उठी हम लोगुन
जन हाथ गिच्चु धोण छौ
द्वी हथुन शैम्पु लगै
पुछुड़ु भि चमकौण छौ।
कैन डालडा मा मोसण छै
त कैन त्यौल मा भिजौण छै
यरां जौं बिचरु लैणु होन्दु
तौं न घ्यू मा लपतौण छै।
जैकु जथ्या रौब होन्दु
तैन तथ्या तण्न छै
यरां फगुणु दिदान सर्या त
तखी मु तनि म्वड़्न छै।
कखि माना लड़ै होन्दि
पुछड़ी त बचौण छै
जोंगों क्य कन छौ तब
पुछड़ि की इज्जत होण छै।
स्वोना चन्दि हीरै अंगुठि
जै मु जथ्या होण छै
उंगळ्युन खालि रौण छौ
पुछुड़्वै उन्द छिरौण छै।
क्लास मा जै छोरा तैं
सत्तरौ पाड़ु नि औण छौ
मास्टरन भी कन्दूड़ किलै
पुछुड़्वै त रिंगौण छौ।
भीड़ मा सर्या त येन
खुट्टुं मु दब्यण छौ
मेळा खळों मा ल्वखुन
यु कखर्यल़ि मु लुकौण छौ।
पुछड़न भि मुखड़ै कि चरौं
काळु ग्वोरु होण छौ
अर नील कमलै कुर्स्यूं मा
बीच मा दौरु होण छौ।
जैकि जथ्या ऐंच पौंछ
तैन तथ्या उठौण छै
विधानसभा मा मन्त्र्युन त
कांधि उन्द लटगौण छै।
मोटा पुछडा़ वळन सर्या त
घड़ि घड़ि बिछौण छौ
बाजा बजुन तै परौ तैं
खोल़ भि सिलौण छौ।
दर्वळुन सर्या त दारु पी तैं
मुण्ड से ऐंच उठौण छौ
जब जादै झांझ होन्दि त
भ्वींयीं फुन लपतौण छौ।
बर ब्योंलिन अपड़ु पुछुड़ु
मेहंदिन सजौण छौ
बर नारैणन अपड़ा पुछड़ा पर
चन्द्यौ छत्तर लगौण छौ।
बेदि मा ब्यौल्यौ पुछुड़ु
द्वी नौंन्युन उठौण छौ
सात फ्यौरा मा सर्या त
पुछड़्वै त नड़्यौण छौ।
बस मा सीट हत्यौणौ
भौत ईजि होण छौ
हाथ पर फोन धौरी
सुद्दि बिजि होण छौ
छोड़ पर बैठी तैं पुछुड़ु
पोर तक बिछौण छौ
ढंगै क्वे लड़कि देखी
सट यत खिसकौण छौ।
मोळ वल़ुन मोल़ा कण्डा
कन करी डळ्ना छा
पैल्यौ त जादा पड़दा
तनै चार बैण्ड पड़्न छा। बसग्याल़ त ह्वे सकदू
कत्यूं पर कीड़ा पड़्न छा
कैका र्यौंण्डा होण छा
त कैका पुछड़ा सड़्न छा।
जब सब पर होण छा त
कैन कुछ क्य ब्वन छौ
पर पेचिसा टैम पर
यीन जरा परेशान कन छौ।
पुछड़ैत नी न हम पर
तनै जानवरों से भी पोर छिन
भैंसा से छवटा छिन पर
तौं से बड़ि ग्यौर छिन।
जानवर ह्वैतैं भि तौंन
अपड़ि पीढ़ीिअग्वड़ि सारि
जन्मण भी नि दीनि हमुन
प्यौटै मा बेटि मारि।
बिन पुछड़्या जानवर हम
जानवरों से भी गंवार छिन
तौंन अपड़ि पीड़्या क्वे नि मार्यां
हम मनख्यूं का भि हत्यारा छिन।
अरे बढ़िया ह्वे
हम पर पुछड़ि नि ह्वेन
साक्षात पशु पुच्छ विषाण हीन:।
©रचनाकार - अनूप नेगी