राजेश श्रीवास्तव की मनपसंद रचना -"दर्द देवयानी के"

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जन्म कुंडली रहस्य

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3 жыл бұрын

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Пікірлер: 12
@dr.sakshisharma2611
@dr.sakshisharma2611 3 жыл бұрын
प्रभावशाली रचना
@premsinghtomar7378
@premsinghtomar7378 3 жыл бұрын
BAHUT BADHIYA.
@vikmahajan3747
@vikmahajan3747 3 жыл бұрын
बहुत सुन्दर
@MahendraSinghPundir-wz3op
@MahendraSinghPundir-wz3op 3 жыл бұрын
Bahut Khubsurat chhand hain.
@gajrajsingh818
@gajrajsingh818 3 жыл бұрын
बहुत ही सुंदर आज की भागदौड़ में आम आदमी की शाश्र्वत पीड़ा और कटु सत्य का पौराणिक पात्रों के माध्यम से मार्मिक प्रस्तुति !!! साधुवाद और अभिनन्दन सादर ...
@rajeshsrivastava802
@rajeshsrivastava802 3 жыл бұрын
आदरणीय गजराज जी, बहुत बहुत धन्यवाद।
@surenshukla7905
@surenshukla7905 3 жыл бұрын
बहुत सुंदर... इस छोटे से नवगीत मेँ... जिन ऐतिहासिक प्रतीकों का स्मरण किया गया है उन्होंने ....बड़ी-बड़ी कथाओं ....कच्छ एवं देवयानी की कथा के साथ कई पौराणिक कथाओं की याद ताज़ा करा दी...... कभी टूटा हूँ कभी तोड़ा गया हूँ....शब्द सेतुओं से जोड़ा गया हूँ....जीवन भर रेत सा निचोड़ा गया हूँ......जैसी पंक्तियों का बहुत ही प्रभावी उपगोग...👌👌👍👍🙏
@rajeshsrivastava802
@rajeshsrivastava802 3 жыл бұрын
आपने बड़ी गहराई से कविता की व्याख्या की है, धन्यवाद।
@drknpandey3528
@drknpandey3528 3 жыл бұрын
बहुत सुंदर रचना डॉ राजेश श्रीवास्तव जी। बधाई।सोचता हूं सतही और फिल्मी गीतों की तर्ज पर पैरोडी नुमा कविताएं सुनाकर लोग राष्ट्रीय कविता मंच साझा करते हैं, आप जैसी पूर्ण साहित्यिक कविताओं के साथ आप राष्ट्रीय काव्य मंच साझा करें, यही शुभ कामना है।
@rajeshsrivastava802
@rajeshsrivastava802 3 жыл бұрын
आपकी शुभकामनाओं के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद
@ganeshsrivastava6570
@ganeshsrivastava6570 3 жыл бұрын
दो कथ्यों को ऐतिहासिक प्रतीकों के माध्यम से निरूपित करती सुंदर कविता..... शब्द सेतु से फिर जोड़ा गया हूं.... फिर कचोटंगी प्राणों को स्मृतियां.... कविता के मर्म तक पहुंचने के लिए पाठक को ऐतिहासिक वर्णन सहित उनकी भाव स्थितियों से गुजरना आवश्यक है, कविता में सामान्य कथा अंशों का उल्लेख कवि के विशिष्ट उद्देश्य की पूर्ति करता है...... सादर बधाई सर..सुंदर कविता👌👌🙏🙏🌹🌹
@rajeshsrivastava802
@rajeshsrivastava802 3 жыл бұрын
धन्यवाद गणेश जी। आपने हमेशा की तरह बड़ी गहराई से व्याख्या की है।
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