Рет қаралды 42,513
भारतीय राजनीति को नया वैचारिक धरातल देनेवाले पंडित दीनदयाल उपाध्याय समाज में साधारण मानव की गरिमा को स्थापित करने के लगातार प्रयास करते रहे। दर्शनशास्त्र के क्षेत्र में उनकी सबसे बड़ी विचारधारा थी एकात्म मानववाद। इसका मकसद था स्वेदशी सामाजिक-आर्थिक मॉडल अपनाना। वो एक कुशल संगठनकर्ता थे जिन्होंने न केवल सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक नीतियों पर अपने विचार रखे बल्कि देश के विकास के लिए भारतीय दर्शन, विचारों और संस्कृति को सबसे उपर रखा। विशेष के इस अंक में बात करेंगे पंडित दीनदयाल उपाध्याय के एकात्म मानववाद की, उनके राजनीतिक और आर्थिक विचारों की और उनकी प्रासंगिकता की....
Anchor - Preeti Singh
Production - Akash Popli