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Rani Channamma University, Belagavi
BBA/BCA/BSW/CCJ 4 th Sem. NEP ACEE Hindi (2022-23 onwards)
एक और द्रोणाचार्य (नाटक) : डॉ शंकर शेष
• एक और द्रोणाचार्य (डॉ ...
संक्षेपण तथा पल्लवन
नमूना प्रश्नपत्र (Model Question Paper)
Time : 2 Hours Marks : 60
प्रश्न 1. किन्ही दस प्रश्नों के सही उत्तर लिखिए| (10x1=10)
1. एक और द्रोणाचार्य किसे कहा गया है ? अरविंद
2. आदर्शवादी प्राध्यापक कौन था ? विमलेंदु
3. एक और द्रोणाचार्य नाटक के रचनाकार कौन हैं ? 1. डॉ शंकर शेष
4. हिंदी दिवस कब मनाया जाता है ? 14 सितंबर
5. विश्व हिंदी दिवस कब मनाया जाता है ? 10 जनवरी
6. अरविंद की माँ को कौनसी बीमारी थी ? कैंसर
7. अरविंद की संस्था का प्रेसिडेंट उसके बेटे की रिपोर्ट वापस लेने के लिए किस पद का लालच देता है ?
प्रिंसिपल
8. एक और द्रोणाचार्य इस नाटक का नायक कौन है? अरविंद
9. द्रोणाचार्य का प्रिय शिष्य कौन है? अर्जुन
10. गुंडों ने बीच चौराहे किस प्राध्यापक की हत्या की थी? विमलेंदु
11. नाटक का कथानक कितने भागों में विभाजित किया गया है ? दो
12. द्रोणाचार्य की पत्नी का नाम क्या है? कृपी
प्रश्न 2. किन्ही तीन सप्रसंग व्याख्या कीजिए| (3x5=15)
1. “प्रेसिडेंट जब नौकरी से बाहर कर देगा, तब अक्ल ठिकाने आएगी|”
संदर्भ: प्रस्तुत संवाद डॉ शंकर शेष लिखित नाटक 'एक और द्रोणाचार्य'से लिया गया है| यदू अरविंद से
कहता है|
स्पष्टीकरण: अरविंद कॉलेज की संस्था के प्रेसिडेंट के बेटे राजकुमार को परीक्षा में छुरा सामने रखकर
नक़ल करते समय पकड़ता है और उसकी रिपोर्ट भी करता है| प्रिंसिपल रिपोर्ट वापस लेने के लिए अरविंद
पर दबाव डालता है, पर अरविंद नहीं मानता| पत्नी लीला तथा सहयोगी प्राध्यापक यदू दोनों समझाते हैं
कि रिपोर्ट वापस लो, पर अरविंद अपनी बात पर अड़िग है, इसलिए गुस्से में यदू कहता है कि “प्रेसिडेंट
जब नौकरी से बाहर कर देगा, तब अक्ल ठिकाने आएगी|”
विशेषता: इस वाक्य से प्राध्यापक यदू का स्वार्थ दिखाई देता है| अरविंद जब सत्य का साथ दे रहा है, तब
उसका साथ देने की बजाय वह उसे बुरी प्रवृत्ति का साथ देने के लिए उकसाता है और न मानने पर उसे
डराता है कि तुम्हारी नौकरी चली जाएगी|
2. अपने इकलौते बेटे के लिए जो दूध की एक बूँद नहीं जुटा सकता उसके मुँह से बदले की भाषा
वाचालता है|
संदर्भ: द्रोणाचार्य से उनकी पत्नी कृपी कहती है|
स्पष्टीकरण: राजा द्रुपद द्रोणाचार्य का बालसखा था| जब दोनों गुरु के आश्रम में पढ़ रहे थे, तब उसने
द्रोणाचार्य को वचन दिया था कि राजा बनने पर मैं आधा राज्य तुम्हे दूँगा| परंतु कालांतर में अपने वचन
से मुकर जाता है| पत्नी कृपी के बहुत कहने पर दारिद्र्य अवस्था में जीवन बिता रहे द्रोणाचार्य राजा द्रुपद
से मदद माँगने जाते हैं, पर द्रुपद द्रोणाचार्य का अपमान करता है| निराश अवस्था में घर वापस आते हैं,
तब देखते हैं कि उनका बेटा अश्वत्थामा दूध पीने को माँग रहा है| घर में दूध नहीं है, इसलिए कृपी उसे
पानी में आटा मिलाकर पिलाती है और अश्वत्थामा उसे दूध समझकर पी जाता है| यह देख द्रोणाचार्य को
दुःख होता है| गुस्से में द्रोणाचार्य द्रुपद से अपमान का बदला लेने की बात करते हैं, तब पत्नी कृपी कहती
है - अपने इकलौते बेटे के लिए जो दूध की एक बूँद नहीं जुटा सकता उसके मुँह से बदले की भाषा
वाचालता है|
3. इतिहास आपको कभी क्षमा नहीं करेगा|
संदर्भ:द्रोणाचार्य से उनका शिष्य अर्जुन कहता है|
स्पष्टीकरण: द्रोणाचार्य कौरव पांडवों के गुरु हैं और अर्जुन उनका प्रिय शिष्य है | एक दिन जंगल में वे
एकलव्य की धनुर्विद्या का कौशल देखते हैं| एकलव्य की जाति के कारन द्रोणाचार्य ने उसे अपना शिष्य
स्वीकार नहीं किया था, परंतु एकलव्य ने द्रोणाचार्य को गुरु मानकर उनकी मूर्ति बनाकर धनुर्विद्या का
स्वयंअभ्यास किया और श्रेष्ठ धनुर्धर बना था| द्रोणाचार्य नहीं चाहते थे कि दुनिया में अर्जुन से श्रेष्ठ कोई
धनुर्धर हो| वे यह भी नहीं चाहते थे कि शूद्र धनुर्विद्या में निपुण हो, इसलिए गुरुदक्षिणा के रूप में
एकलव्य से उसका दाहिना अंगूठा माँगते हैं जिससे कि वह बाण नहीं चला सके| एकलव्य ज़रा भी नहीं
सोचता और अपना अंगूठा काट कर दे देता है| अर्जुन को भी गुरु का यह षड्यंत्र अच्छा नहीं लगता,
इसलिए कहता है इतिहास आपको कभी क्षमा नहीं करेगा|
4. "विश्वास करो, मैं तुम्हारा साथ दूँगा, चाहे मुझे नौकरी क्यों न छोड़ देनी पड़े|”
संदर्भ: यह अरविंद अनुराधा से कहता है|
5. "तू द्रोणाचार्य है| व्यवस्था और सत्ता के कोड़ों से पिटा हुआ द्रोणाचार्य"
संदर्भ: यह विमलेंदु की प्रेतात्मा अरविंद से कहती है|
स्पष्टीकरण: नाटक के अंत में जेल की कोठरी में अचेतन में अरविंद तथा विमलेंदु का संवाद है| विमलेंदु
कहता है कि सत्ता का विरोध मत करो| इन सभी शोकांतिकाओं के लिए झूठ बोलने के लिए मज़बूर
करनेवाली व्यवस्था को दोषी ठहरता है और अरविंद को वह व्यवस्था और सत्ता के कोड़ों से पिटा हुआ एक
और द्रोणाचार्य कहता है|
प्रश्न 3. किन्ही दो प्रश्नों के उत्तर लिखिए | (2x10=20)
1. ‘एक और द्रोणाचार्य’ नाटक का सारांश तथा विशेषताएँ लिखिए|
2. वर्तमान शिक्षा व्यवस्था में व्याप्त भ्रष्टाचार तथा शिक्षक का असहाय चरित्र अरविंद के माध्यम से
दिखाया गया है|’ इस कथन के आधार पर अरविंद का चरित्र चित्रण कीजिए|
3. लीला और यदू का चरित्र चित्रण कीजिए|
4. ‘एक और द्रोणाचार्य’ नाटक में आधुनिक काल की कथा और महाभारत की कथा समानांतर चलती है,
स्पष्ट कीजिए|
प्रश्न 4. निम्नलिखित अनुच्छेद का संक्षेपण कर उचित शीर्षक दीजिए| (1x10=5)
प्रश्न 5. (आ) किसी एक का भाव पल्लवन कीजिए| (1x5=5)
1. लालच बुरी बला है|
2. कर्म ही जीवन है, भाग्य नाम है कायरता का