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रवीश कुमार कहते हैं कि जब उन्हें पहली बार रिपोर्टिंग की ज़िम्मेदारी दी गई तो डर से हालत ख़राब हो गई थी। रिपोर्टिंग से क्यों डर लगता था उन्हें? लेकिन जिस चीज़ से डरते थे उसी को ताक़त बना कर वह रवीश कुमार बन गए। वही रवीश जिन्हें रेमन मैगसेसे पुरस्कार से नवाज़ा गया है। देखिए रवीश के रवीश कुमार बनने की कहानी, उन्हीं की ज़ुबानी। आशुतोष और शीतल पी सिंह के साथ ख़ास बातचीत में सिर्फ़ सत्य हिंदी पर। #ravishkumarinterview #ravishkumarramonmagsaysay #ravishkumar
यह है रवीश कुमार से बातचीत का दूसरा हिस्सा। पहले हिस्से की बातचीत को इस लिंक • चिट्ठी छाँटने से शुरुआ... पर देखें।