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🌺प्रिय मित्रों
🌺क्या आप जानते हैं कि हम सबसे ज्यादा किस से बात करते हैं?
👉 जी हां हम सबसे ज्यादा बात खुद से करते हैं और ज्यादातर समय जो हमारी बातचीत अपने साथ होती है वह नकारात्मक होती है और वही negative self talk हमारी सबसे बड़ी दुश्मन है।
🌹 सबसे पहले तो friends, हमें यह समझना है की जो हम खुद से बात करते हैं वह हम खुद नहीं है। वह सिर्फ एक विचार है और जब हम इन दोनों में भेद देखेंगे तो हम यह समझ पाएंगे कि हम अपने विचारों को बदल सकते हैं।
🌹जिस तरह की बात हम खुद से करते हैं वही हमारे जीवन में reflect होती है और वैसे ही personality हम बन जाते हैं।
इसलिए आजकल depression का main कारण यही है कि हम खुद के साथ हमेशा नकारात्मक बात ही करते रहते हैं।
🌹इसके लिए निखिल जी ने बड़े सारे solutions हमें बताए हैं जिससे हम अपनी self talk बदल सकें:-
1.जैसे की सबसे पहले हमें situations को समझना है कि हमारा दुश्मन कोई बाहर से नहीं बल्कि हम खुद है। और इसके लिए हम positive videos देख सकते हैं ताकि हमें पहचान सके कि हम कहां गलत है।
2.फिर आप आत्ममंथन कर सकते हैं यानी कि introspection। अपनी रोजाना की routine से या social media पर अपना time waste करने की बजाय कभी अकेले में शांत बैठकर अपने विचारों का मंथन कर सकते हैं और यह पहचान सकते हैं कि हम actually कैसा सोचते हैं?
3. फिर हम अपने नकारात्मक विचारों को ignore कर सकते हैं और positive वालों को highlight कर सकते हैं। इसके लिए हम meditation या नाम जाप कर सकते हैं और अपनी blessings देख सकते हैं। ताकि हम अपने self talk को change कर सकें।
🌹 मित्रों, हमें अपने विचारों को onserve करना है और यह समझना है कि हम जब आध्यात्मिकता या सकारात्मकता की ओर बढ़ेंगे तो हम अपने इन विचारों को बदल सकते हैं।
🌹तो आइए एक कोशिश शुरू करें और let's be positive ✅