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इन खांचों को इन चट्टानों पर बनाया कैसे गया था? क्या यह प्राकृतिक है, या यह अप्राकृतिक है? ये 1500 साल पहले कैसे बनाए गये थे? क्या सिगीरिया को वास्तव में असुरों ने बनाया था, जिनके पास असाधारण तकनीक थी ?
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00:00 - परिचय
00:45 - अजीब सी ईंटों की संरचनाएं
01:15 - ईंटों को चट्टान के ऊपर ले कर कैसे गये?
01:54 - धातु की सीढियाँ
02:34 - सिगिरिया के खण्डरों की खोज
03:40 - संगमरमर के ब्लॉक
04:30 - संसार का सबसे बड़ा पत्थर का टैंक
05:18 - प्रारंभिक औजारों का प्रयोग
05:45 - इतिहास की किताबों में गलत तथ्य
06:31 - टैंक के अजीब गुण
07:29 - रावण का स्विमिंग पूल
07:57 - सिगिरिया पर बनी संरचनाएं
08:34 - उन्नत तकनीक या क्षमता?
09:25 - अजीब खाँचे
10:14 - विश्व धरोहर स्थल (प्रकृति और प्राचीन तकनीक का मिश्रण)
11:14 - लटकती हुई चट्टान
11:52 - निष्कर्ष
हैलो दोस्तों, आज हम श्रीलंका के एक बहुत शानदार स्थान को देखने जा रहे हैं , यह जगह सिगीरिया के नाम से जानी जाती है | संसार में इसके जैसा और कुछ भी नहीं है, इसीलिए यह संसार के आठवें आश्चर्य के रूप में जाना जाता है | यह वास्तव में एक विशाल अखंड चट्टान है, जो 660 फीट ऊंची है, और आप देख सकते हैं कि इसका ऊपरी हिस्सा चपटा है, जैसे किसी ने इसे चाकू से काट दिया हो | यहां ऊपर बहुत अविश्वसनीय भग्नावशेष हैं जो कि बहुत रहस्मयी हैं, तो हम सीधे ऊपर चलते हैं और देखते है कि वहां ऊपर क्या है |
जैसा कि आप देख सकते हैं कि यहां बहुत सी अजीब सी ईंटों की संरचनाएं यहां वहां बनी हुई हैं, यह केवल आगंतुकों के लिए ही उलझन में डालने वाला नहीं है, बल्कि पुरातत्वविद भी यह समझने में पूरी तरह सक्षम नहीं रहे हैं कि यह संरचनाएं किस लिए प्रयोग होती थीं | वे पुष्टि करते हैं कि ये जो कुछ भी आप देख रहे हैं, यह कम से कम 1500 साल पुरानी है | पर रहस्य यह नहीं है कि ये संरचनाएं क्या हैं, बल्कि यह है कि इन्हें बनाया कैसे गया था | प्राचीन निर्माता इन सभी ईंटों को चट्टान के ऊपर ले कर कैसे गये?
यदि आप इसके चारों ओर ईंटों और संगमरमर के ब्लॉक को नज़रअंदाज़ कर दें तो, आप समझ जायेंगे कि यह संसार का सबसे बड़ा पत्थर का टैंक है |इसे पत्थर के ब्लॉक्स लगा कर नहीं बनाया गया था, इसे ग्रेनाइट को हटा कर बनाया गया था, इसे कई टन ग्रेनाइट को एक ठोस चट्टान में से काट कर बनाया गया था |और वास्तव में कितने टन पत्थरों को निकाला गया होगा ?
मुख्य धारा की इतिहास की किताबें जो प्राचीन लोगों के चट्टानों को छेनी और हथौड़ी से काटने की बात करती हैं, उनमें मूलभूत रूप से कुछ गलत है |पर यह केवल एक परिकल्पना नहीं है, हमारे पास अपनी आंखों के सामने सुबूत मौजूद है |यहां देखिए, यहां हमें एक छेनी के निशान देखने को नहीं मिलते हैं, यहां हमें लंबे सांप जैसे, घुमावदार औजार के निशान देखने को मिलते हैं |
यह टैंक किसी अंतः स्रोत से पानी ग्रहण करता हुआ लगता है और ऐसा लगता है कि इसके नीचे ही कोई धीमी निकासी की व्यवस्था भी है |यहां एक और छोटा आयताकार टैंक भी है, जो कि इस टैंक से ,जो कि हमेशा ताजे पानी से भरा रहता है, से विपरीत गर्मियों के मौसम में पूरी तरह सूख जाता है |इसी कारण से स्थानीय निवासी इस बड़े टैंक को रावण का स्विमिंग पूल कहते हैं, क्योंकि उन्हें विश्वास है कि यह रावण के द्वारा बनवाया गया था जो कि श्रीलंका का सबसे महान राजा था, जो हजारों साल पहले यहां रहता था | प्राचीन ग्रंथों के अनुसार रावण मनुष्य नहीं था, पर वह एक परग्रही प्रजाति से आता था जो कि असुर कहलाते थे, इसके बारे में हम बाद में बात करेंगे |
पुरातत्वविद पुष्टि करते हैं कि ये प्राचीन समय में बने थे |पर चारों तरफ देखिए, क्या आपको कोई सीढ़ी या ढलान या खड़े होने के लिए कोई पेड़ ही दिख रहा है ? ये कट कैसे बनाए गये थे, जबकि यहां एक इंसान के खड़े होने के लायक जगह भी नहीं है ? कोई भी यहां ऊपर कैसे आया ? क्या ये कट इंसानों द्वारा बनाए गये थे या असुरों के द्वारा जिनके पास उन्नत तकनीक थी ? ये ऊपर जाती हुई सीढ़ियों जैसी दिखती हैं, पर ये 90 डिग्री के कोण पर सीधी खड़ी हैं, तो मनुष्यों के लिये इन्हें प्रयोग करना असंभव है |वास्तव में ये सीढ़ियां नहीं हैं, पुरातत्वविद इन्हें खांचे कहते हैं, और वे ये नहीं जानते हैं कि, संसार के बहुत से प्राचीन स्थानों पर ये खांचे क्यों पाए जाते हैं |लेकिन और भी महत्वपूर्ण बात यह है कि, इन खांचों को इन चट्टानों पर बनाया कैसे गया था ? ऊपर बने इन छेदों को देखिए, ये कृत्रिम रूप से बनाए गए गोल छेद हैं | इस गहरे छेद को देखिए |
ज्यादातर विशेषज्ञ दावा करेंगे कि ये प्राकृतिक हैं, पर जब मैं दांयी से बांयी ओर घूमता हूं तब ध्यान से देखिए |
अब बताइये? क्या यह प्राकृतिक है, या यह अप्राकृतिक है? इस लटकती हुई चट्टान पर बने इस उभार का क्या ? यहां इस कट को देखिए - गहरे कट को | चट्टान को मक्खन की तरह ऐसे काटा गया था, जैसे किसी बड़े गर्म चाकू से काटा गया हो | और इस गहरे तशत्तरी जैसे ऊभार का क्या ? ये 1500 साल पहले कैसे बनाए गये थे ? अगर ऐसा है, तो वे तीन मिलियन ईंटें और टनों संगमरमर की चट्टानें ज़मीन से ऊपर कैसे ले कर आए उन्होंने 3500 टन ग्रेनाइट को काट कर कैसे निकाला और टैंक को हमेशा पानी से भरे रखने की अनोखी तकनीक कैसे ढूंढी?
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