अदभुत हंसते हंसते बहुत अच्छी बात समझ में आई श्री आदरणीय महाराज जी में भी उन्हीं मुर्खों में से एक हुँ,और मेने देखा कि आजकल वैसे ही लोग मिल रहै यह सभी रामपाल व उनके चैले शास्त्रों से लेकर ऐसी ही बाते करते है अर्थ का अनर्थ करते हे
@XYZ-cn7ky8 ай бұрын
❤❤❤❤ हे गुरु ब्रह्मा गुरु विष्णु सहाय शंकर भगवान आपके श्री चरणों में श्री चरणों में नमो नमो
@Bahuguna-hu3bu20 күн бұрын
हरहर महादेव🔱🔔माँ🙏🏼🐄🔱
@SagarSagar-hw6fs Жыл бұрын
आपको श्री चरणों में मेरा दण्डवत प्रणाम
@meetagaur34 Жыл бұрын
Namo Narayan Guruji 🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼 Bolo Siya Pati Raja Ram Chandra ji ki jai ho 🙏🏼🚩🙏🏼
@suryavanshirathore90913 жыл бұрын
🌹🙏जय महादेव जी🙏🌹 आपके अंदर बेठे महादेव जी माता जी के अशं को प्रणाम नमस्कार धोख जय जय सच्चिदानंद👏🌹 🌹ॐ साम्ब सदा शिवाय नम:।🌹
@ashokbarot2174 Жыл бұрын
🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🔱🚩🕉️🌼🏵️🌺🌻🪔🥀💐🌹 શિવ સ્વરૂપ જ્ઞાન સ્વરૂપ ભક્તિ સ્વરૂપ આદિ જગતગુરુ શંકરાચાર્ય સ્વરૂપ પરમહંસ પદ્મવિભૂષિત શ્રી શ્રી 1008 સ્વામી અવિ મુક્તેશ્વર આનંદ સરસ્વતીજી મહારાજના ચરણ કમલ માં કોટી કોટી વંદન 🙏🏻🙏🏻🙏🏻 શિવ શિવ શંભુ હર હર મહાદેવ બામનાથ મહાદેવ કી જય ચામુંડા માત કી જય હાટકેશ્વર મહાદેવ કી જય
@pankajgaur9078 Жыл бұрын
Guruji ko sadar pranam 🙏🙏
@deepikapatel84022 жыл бұрын
Pranam guruji 🙏🙏 Jay mahadev 🙏🙏
@vimlakumari73393 ай бұрын
हर हर महादेव ।🙏🏻जय गुरुदेव ।
@purushottamsoni4758 Жыл бұрын
सद्गुरु देव जी के श्री चरणों में कोटि कोटि नमन पुरुषोत्तम दास सोनी सिवनी ।
@akshaytawar12943 жыл бұрын
So funny story with so many morals... 😂😂😂😂... Much better than today's moral science books.
@sahilpareek16582 жыл бұрын
अद्भुत्त और ज्ञानवर्धन कथा महाराज श्री के चरणो में कोटि कोटि नमन
aap ko pranam....जीवन में अनुशासन का क्या महत्व है kripya btaye
@Shubhammishra-hx6ny3 жыл бұрын
#प्रश्नप्रबोध: गुरुजी के चरणों में सादर प्रणाम🙏🙏 गुरुजी मेरा प्रश्न है की जनेऊ परंपरा खंडित हो जाने पर प्रायश्चित का क्या विधान है? (कृपया विस्तार से समझाइये गुरुजी🙏🙏)
@lalitapawar67303 жыл бұрын
🙏🙏🌷🌷🌷🌷🌷
@anitagoyal74803 жыл бұрын
🙏🙏🌷🕉️
@kushmawalidubey645 Жыл бұрын
Jai gurudav sader naman murte BADE hai jeske puja 3o vaso ss kar rahe kuch logo ka mat hai ke 6 ench sa bade nahe ho ma durga ke murte ka bara ms puch rahe krepa ket bataya
@YTwaleBaba3 жыл бұрын
Om om om
@anirudhamishra5103 жыл бұрын
🙏🙏🙏🙏
@ajwable3 жыл бұрын
#प्रश्नप्रबोध - क्या किसी अन्य वर्ण में जन्मोपरांत भी ब्राम्हणत्व प्राप्त किया जा सकता है? यदि हां तो इसकी पुष्टि कैसे होगी और क्या वह व्यक्ति समस्त ब्राम्हणोचित कार्यों का अधिकारी होगा? शास्त्रों में मतंग, गौतम, विश्वामित्र आदि का इस प्रसंग के संबंध में उल्लेख है। कृपया दयापूर्ण मार्गदर्शन करें।
@vinayvinay11213 жыл бұрын
जय गुरुदेव गुरुदेव मेरा नाम विनय डिमरी मैं उत्तराखंड से हूं गुरुदेव मैं महर्षि महेश योगी विद्यापीठ उत्तरकाशी पढ़ाई की गुरुदेव मेरा प्रश्न है किस उम्र में एकादशी का व्रत करना चाहिए कौन सा महीना हो कौन सा पक्ष विष्णु सहस्त्रनाम पाठ करने का क्या फल है क्या विधान है कब करें कौन सा महीना कौन सा पक्ष
@shubhamdadhich897911 ай бұрын
Guru dev mujhe aap say diksha lene hey parntu may aap say kese milu guru dav please ❤
@santoshmishra60923 жыл бұрын
Swamiji ko naman. Mera prashna yah hai ki Vishnu sahasranam ke Anushthan ki puranokta vidhi kya hai?
@user-uc6uk9jk1i3 жыл бұрын
🙏 राम कृष्ण हरि 🙏 साष्टांग दंडवत भगवन् 👏👏 मै महाराष्ट्र पूना मे रहता हूँ.. प्रश्न - कृपया ८४ लक्ष योनियों का विवरण बताईये | हमारे महाराष्ट्र के संत वाङ्मय मे मानव की ४ लक्ष योनियां बताई गई है वो चार लक्ष योनिया मतलब क्या??
@user-jh8ru1ti3k3 жыл бұрын
Pran pratistha kaise kare maharaj
@pabitraparida1243 жыл бұрын
Ghar mein Pooja ke liye Shivling ka Aakar kya hona chahie Jay Shri Gurudev
@ankurpandey103 жыл бұрын
गुरुजी भगवति बगलामुखी का महात्म्य क्या है और साधक की क्या योग्यता होनी चहिये माई की कृपा प्राप्त करने हेतु और साधना कैसे करनी चाहिए । कृपया बताने की महान कृपा करें । अंकुर पांडे जिला । नोएडा उत्तर प्रदेश
@deepraval40133 жыл бұрын
#प्रश्नप्रबोधः नमस्कार स्वामिजी 🙏, कृपया कुंडलिनी जागरण के विषय में जानकारी प्रदान करें क्या कुंडलिनी जागरण वर्तमान समय में किया जा सकता है? कुंडलिनी जागरण के लिए व्यक्ति की योग्यता क्या होनी चाहिए? क्या वर्तमान समय में ऐसे व्यक्ति है जिनकी कुंडलिनी जागृत हो? क्या केवल योग के माध्यम से ही कुंडलिनी जागृत होती है? कौनसी पुस्तक में कुंडलिनी विज्ञान की सटीक जानकारी दी गई है?
@SUSHMA.GANGANAGAR.33 жыл бұрын
प्रणाम गुरुदेव मेरा प्रश्न है कि निराकार की उपासना कैसे की जाती है🙏 विधि विस्तार से बताने का अनुग्रह करें 🙏
@tusharshrivastava55143 жыл бұрын
#प्रश्नप्रबोध: क्या यंत्र धारण करना उचित है या अनुचित कृपया मार्गदर्शन दे 🙏 शौच की क्रिया में इन्हें उतारना चाहिए कि नहीं 🙏🙏🙏
@AkhileshKumar-ku8ly3 жыл бұрын
क्या शिवोपासक को शक्ति की उपासना और शाक्तोपासक को शिवोपासना करना आवश्यक है? यदि हाँ तो पहले किसकी किया जाना चाहिए।मो. 7479468466
@nirmalamishra50303 жыл бұрын
क्या महिलाओं को भी गुरु दीक्षा जरुरी है ?? यदि हां जरुरी है तो आप कहां विराजमान हैं पता देने की कृपा करें मुझे आपसे ही दीक्षित होना है 🙏🙏 आपको कोटि-कोटि प्रणाम 🙏🙏
@user-tf6gh5eu4d3 жыл бұрын
स्त्रियों का हवन क्यों नहीं करना चाहिए इसका गुरूजी कुछ मार्गदर्शन कराये
@bhanurajtiwari87113 жыл бұрын
क्योंकि हवन कर्मकांड के अन्तर्गत आता है। जबकि कर्मकांड वेद का हिस्सा है। और वेद का अध्ययन केवल द्विज ही कर सकते हैं अर्थात ब्राहमण,क्षत्रिय, वैश्य, जिनका यज्ञोपवीत हो चुका हो । इनके लिए नियम हैं लेकिन स्त्री के लिए नहीं। अर्थात स्त्री का उपनयन संस्कार नहीं होता , इसलिए उसे हवन का अधिकार नहीं है।
@VivekDarjiBHT3 жыл бұрын
#प्रश्नप्रबोध: नमस्ते, श्री राम का जन्म कितने वर्ष पूर्व हुआ था? और इसमें जो दो मत है प्रथम की २४ वी चतुर्युगी में हुआ उसके कुछ पाठ मिलते है कुछ २८ वी चतुर्युगी के मिलते है अब कौनसा मानना उचित है? इसपर थोड़ा विस्तार से समझाए ।
@aapka-saurabh3 жыл бұрын
#प्रश्न प्रबोध: स्वामी जी वर्तमान समय में अद्वैत वेदांत के बहुत से गुरु डायरेक्ट मार्ग बता कर प्राय: श्रुति विरुद्ध बाते बता कर भी अद्वैत बोध करा देने का दावा करते हैं , यद्यपि कुछ बाते सत्य होने पर भी क्या ऐसे गुरु की पुस्तके तथा बताए गए मार्ग द्वारा अद्वैत बोध सुलभ हो सकता है जबकि व्यक्ति एक भी वेद निर्धारित कर्म नहीं कर रहा। यह संकट वर्तमान में विकराल रूप ले रहा है तथा प्रायः उल्टा ज्ञान दे कर समाज को हानि पहुंचा कर व्यक्तिपरक बना रहा है। अद्वैत का यह मॉडर्न रूप को कहां तक सही है। कृपया मारगदर्शन करें।
@Goga_chehar_contruction3 жыл бұрын
क्या मासिक धर्म में स्त्री को पुजा पाट नहीं करना चाहिए यह सही है या गलत
@deepakshukla98793 жыл бұрын
मासिक धर्म में स्त्रियां पूजा पाठ इत्यादि कर सकते हैं, लेकिन उसके कुछ नियम है जैसे किसी ग्रंथ पुस्तक आदि का स्पर्श ना करना और विग्रह का स्पर्श ना करना जो भी मंत्र उपासना स्त्रोत आदि कंठस्थ हो उनका ही उच्चारण जप पठन आदि कर सकते हैं । मैंने जो आपको सूचना दी है वह सर्वथा सत्य है गुरुदेव आचार्य महापुरुषों के श्री मुख से मैंने भी ऐसा ही सुना है इसलिए इस कथन पर बिल्कुल भी संदेह ना करें और इसी आचरण के अनुसार अपनी आगे की क्रिया जारी रखें आशा करते हैं आपको जानकारी मिल गई है आपके प्रश्न का समाधान भी हो गया। जय पिता महादेव