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चिंतामणि श्री पार्श्वनाथ भगवान की जय
परमपुज्य आचार्य गुरुवर श्री विद्यासागरजी महाराज की जय आर्यिका रत्न श्री पुर्णमति माताजी की जय। आचार्य गुरुवर विद्यासागरजी महाराज की अन्नयन कृपा से पुज्या आर्यिका रत्न श्री पुर्णमति माताजी द्वारा लिखित यह आत्मबोध शतक निज परमात्मा के लिए उदबोद्धित है
अनन्तान्त सिद्ध परमेष्ठि भगवान की जय परम पुज्य आचार्य गुरूवर श्री विद्यासागरजी महाराज की जय परम पुज्य आर्यिका रत्नमाँ पूर्णमती माताजी की जय