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नमस्ते
इस वीडियो के जरिए डॉ विजेंद्र चौहान ने बात की है समाज के युवा वर्ग में घटती हुई क्रिटिकल थिंकिंग के बारे में ।
पिछले दिनों हम सभी ने नोएडा के एक विश्वविद्यालय के सामने छात्रों को विरोध प्रदर्शन करते हुए देखा। और जब कुछ पत्रकारों ने उनसे सवाल किया कि आखिर प्रदर्शन किस लिए हो रहा है ,तब उनके पास कोई उत्तर नहीं था। सारे छात्र पोस्टर्स लेकर विश्वविद्यालय के सामने नारे लगा रहे थे। उनमें से कुछ छात्र तो बैनर्स पर लिखे हुए को पढ़ भी नहीं पा रहे थे। आखिर इसके पीछे क्या वजह हो सकती है? क्या हमारे विश्वविद्यालय छात्रों को एक सही राजनीतिक समझ और क्रिटिकल थिंकिंग देने में नाकाम हो रहे हैं? अगर ऐसा है तो हमारा युवा वर्ग खतरे में है । इस वीडियो को पूरा देखिए और अपने विचार हमारे साथ साझा करिए।