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अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में चौथे, आठवें या 12वें स्थान पर मंगल विराजमान हो तो यह कुंडली पूरी तरह मांगलिक होती है. मंगल दोष किसी भी मांगलिक कार्य में बाधा पैदा करती है. यही वजह है कि मांगलिक कुंडली वाले लोगों को सबसे पहले मंगल दोष दूर करने की सलाह दी जाती है. यह मंगल दोष मंगल के उत्पत्ति स्थान मंगलनाथ से दूर होता है. धार्मिक नगरी उज्जैन केवल भगवान महाकालेश्वर मंदिर के कारण ही नहीं बल्कि मंगल ग्रह की उत्पत्ति स्थान मंगलनाथ के कारण भी विश्व प्रसिद्ध है.