Рет қаралды 124
सर चार्ल्स स्पेन्सर चैप्लिन एक अंग्रेजी हास्य अभिनेता और फिल्म निर्देशक थे। चैप्लिन, सबसे प्रसिद्ध कलाकारों में से एक होने के अलावा अमेरिकी सिनेमा के क्लासिकल हॉलीवुड युग के प्रारंभिक
से मध्य तक एक महत्वपूर्ण फिल्म निर्माता, संगीतकार और संगीतज्ञ थे।
चैप्लिन, मूक फिल्म युग के सबसे रचनात्मक और प्रभावशाली व्यक्तित्वों में से एक थे जिन्होंने अपनी फिल्मों में अभिनय, निर्देशन, पटकथा, निर्माण और अंततः संगीत दिया। मनोरंजन के कार्य में उनके जीवन के 75 वर्ष बीते, विक्टोरियन मंच और यूनाइटेड किंगडम के संगीत कक्ष में एक बाल कलाकार से लेकर 88 वर्ष की आयु में लगभग उनकी मृत्यु तक। उनकी उच्च-स्तरीय सार्वजनिक और निजी जिंदगी में अतिप्रशंसा और विवाद दोनों सम्मिलित हैं। 1919 में मेरी पिकफोर्ड, डगलस फेयरबैंक्स और डी.डब्ल्यू.ग्रिफ़िथ के साथ चैप्लिन ने यूनाइटेङ आर्टिस्टस की सह-स्थापना की।
चार्ली चैपलिन ने अपनी नृत्यांगना बेटी को यह चिट्ठी क्रिसमस की रात उसे याद करते हुए लिखा था। काश हर बेटी को अपने पिता/ गुरु जन / पितृतुल्य से कुछ ऐसा मिलता तो जीवन कितना सहज़ होता।
इसी चिट्ठी में चार्ली कहते हैं :-
" मैं सत्ता के खिलाफ विदूषक रहा, तुम भी गरीबी जानो, मुफलिसी का कारण ढूंढो, इंसान बनो, इंसानों को समझो, जीवन में इंसानियत के लिए कुछ कर जाओ, खिलौने बनना मुझे पसंद नहीं बेटी। मैं सबको हंसा कर रोया हूं, तुम बस हंसते रहना।"
यह चिट्ठी भावनाओं का समुंदर है, अदभुत सीख और जीवन अनुभवों से भरी यह चिट्ठी आपको बहुत कुछ सिखाएगी।
यह चिट्ठी हमें गूगल करते हुए किसी वेबसाइट से मिली थी।
किसी प्रकार की सलाह या सुझाव के लिए आप हमें
ashutoshprasidha@gmail.com पर मेल कर सकते हैं।
#charli #chaplin #chitthi #lifelessons #motivationalvideo