Dhyan mein hone wale anubhav। आज्ञा चक्र ध्यान के अनुभव। Mistakes in meditation। Third eye chakra।

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Dhyan Ka Gyan

Dhyan Ka Gyan

Жыл бұрын

To understand experiences of meditation।
Dhyan mein hone wale anubhav। आज्ञा चक्र ध्यान के अनुभव। Mistakes in meditation। Third eye chakra।
‪@Dhyankagyan777‬
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धन्यवाद ।
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Пікірлер: 108
@rekhagoyal19
@rekhagoyal19 Жыл бұрын
Har Har Mahadev 🙏🙏🙏🙏❤❤❤❤
@kunalsharma3409
@kunalsharma3409 Жыл бұрын
Lage rahe Prabhu aap fit hai hamko
@ambalalvyas7916
@ambalalvyas7916 11 ай бұрын
जयगुरूदेव शुभप्रभात नमस्कार 🙏🌼 आध्यात्मिक ज्ञान मार्गदर्शन केलीये धन्यवाद नमस्कार 🙏
@Humanity3123
@Humanity3123 5 ай бұрын
Thanks Bhai ji
@varsha4454
@varsha4454 7 ай бұрын
🙏🙏
@sanjaykumarsharma4746
@sanjaykumarsharma4746 Жыл бұрын
Dhanyabad गुरुजी.आपने बहुत महत्वपूरन जानकारी आपने प्रदान की। आपको सादर नमन।
@meenakumari6945
@meenakumari6945 Жыл бұрын
आपको मेरा कोटि-कोटि नमन है सर🙏🙏🙏🙏🙏❤️❤️❤️🌹🌹💞 अक्सर मेरे थर्ड आई पर सेंसेशन होता है ऐसा लगता है जैसे कोई उसको सहला रहा है ,कभी हल्का एवम मीठा दर्द का होता है, हमेशा सेंसेशन फील होता है। हर वक्त मैं ध्यान में रहना पसंद है मुझे .मैं मैं स्नान करके जब शिवजी को जलदेती हुं उसी समय पैर के तलवे से से एनर्जी उठना फील होता है और मैं क्षण भर में ध्यान की अवस्था में चली जाती है आंख बंद हो जाता है और मेरा सर आगे पीछे होता है कभी दाएं बाएं भी होता है, कभी मेरा सिर पीछे चला जाता है और बहुत पीछे चला जाता है और गर्दन बहुत लंबा हो जाता है और बाद में मेरासिर मेरे गर्दन पर टिक जाता है मेरा मुंह खुल जाता है जब दर्द असहनीय हो जाता है तो मैं अपने दोनों हाथों से गर्दन को थोड़ा सहला करके आंखें खोल देती हूं । सर आंख खोले हुए भी लगता है मैं ध्यान में ही हूं और यह सही है सर कि मैं ध्यान ज्यादा देता करती हूं एक घंटा तक करती हूं । ध्यान से मेरे को बहुत लाभ हुआ मैं चल नहीं पाती थी , झुक नही पाती थी पर अब सब हो जाता है। मैने ध्यान में सर अपना पास्ट लाइफ भी देखा है अपनी बीमारियों का कारण भी जाना है ।मेरा आज्ञा चक्र जागृत हो रहा है और सर कभी-कभी मेरे बाएं तरफ सर के नस में दर्द होता है ध्यान में जाते ही एकाग्रता आ ही जाती है तो मैं क्या करूं ?हर वक्त पता नहीं क्यों मैं ध्यान रहना चाहती हूं । जब भी मैं ध्यान से बाहर आना चाहती हूं तो ऐसा लगता है जैसे सर पर कोई दबाव पड़ गया और ऐसा लगता है जैसे कहा जा रहा है कि मैं ध्यान से बाहर ना जाऊं तो प्लीज सर आप मुझे गाइड करें🙏🙏🙏🙏🌹🌹🌹❤️❤️❤️
@Singhsapna90058
@Singhsapna90058 7 ай бұрын
Sameere sath v hote
@shyammenon1425
@shyammenon1425 11 ай бұрын
Very nice video
@dineshsrivastava9210
@dineshsrivastava9210 Жыл бұрын
Shree ravi sahab koti koti pranam Aap ne sahi bataya aisa anubhaw hota hai Thank guru ji
@sachinshinde4419
@sachinshinde4419 Жыл бұрын
धन्यवाद
@pratibhagandekar991
@pratibhagandekar991 Жыл бұрын
Guruji kitna achha bataya apne bhut khub guruje muze yahe problem tha 5din huye aisaa ho raha tha kuch samzme nahi aa raha tha ab muje samajme a gya thanks guruji
@THlRDEYE
@THlRDEYE Жыл бұрын
जय श्री रघु नंदन
@saradachetri7869
@saradachetri7869 11 ай бұрын
Dhannu badd guru g❤❤
@deeptikode
@deeptikode Жыл бұрын
ओम नमः शिवाय का जाप करते वक्ते मुझे आज्ञा चक्र पर गुद्गुदी मेहसुस होता है
@Dhyankagyan777
@Dhyankagyan777 Жыл бұрын
आज्ञा चक्र पर यानि दोनों भौहों के बीच मे गुदगुदी होना, खुजली होना, दर्द या भारीपन महसूस होना, खिंचाव होना, स्पन्दन होना, धड़कन अथवा कंपन आदि होना सब इसके प्राकृतिक चिन्ह है, ऐसा होना स्वाभाविक ही है । शिव तंत्र में कहा गया है की तीसरी आंख होश की भूखी है यानि इस पर फोकस करने से य़ह शीघ्र ही जागृत होने लगती है, अवेयरनेस इसका फूड है, आज्ञा चक्र पर ध्यान देते ही य़ह धड़कन देने लगता है, ऐसा इसके अतिसंवेदनशील होने के कारण है और इसी कारण से इस स्थान पर खिंचाव महसूस होता है, ये खिंचाव वस्तुतः चक्र में गति के प्रारम्भ होने के कारण होता है जोकि एक सामान्य और शुभ संकेत है। आपको चाहिए की आप इस वाइब्रेशन की चिंता ना करे, इसे होने दे, और इस कारण से अपना ध्यान का अभ्यास बंद ना करे, समयानुसार जब ऊर्जा संतुलित होगी तो अपने आप य़ह खिंचाव सामान्य हो जाएगा, बस फिलहाल इतना ध्यान रखे की अभ्यास के समय अपने आज्ञा चक्र पर अति की एकाग्रता ना करके सहज रूप से व विश्रांति के साथ ध्यान लगाये।
@sukhdeviayurvedicandallopa1127
@sukhdeviayurvedicandallopa1127 Жыл бұрын
Jai Mata di bhai ji
@eagleeye1946
@eagleeye1946 Жыл бұрын
Jai mata di
@sapna7376
@sapna7376 Жыл бұрын
प्रनाम गुरुजी
@jyoti6381
@jyoti6381 Жыл бұрын
Thankyou so much guruji
@pinkisaini7360
@pinkisaini7360 Жыл бұрын
Thank u sir
@Rahul-ib2jp
@Rahul-ib2jp Жыл бұрын
Bhut bhut dhanyavaad🙏🙏
@mansinghpotai6610
@mansinghpotai6610 Жыл бұрын
Parnam guruji 🙏🙏🙏🥀💖🌺🌺🌺🌺🌺
@thakurdashansda5008
@thakurdashansda5008 Жыл бұрын
प्रणाम करें गुरुजी
@ritukamboj5788
@ritukamboj5788 Жыл бұрын
Very informative sir..thanku so much🙏🙏
@rekhakumawat8636
@rekhakumawat8636 Жыл бұрын
Om namah Shivay Om namah Shivay Om namah Shivay
@prajakta2696
@prajakta2696 Жыл бұрын
I also
@buddhiramsingh4528
@buddhiramsingh4528 Жыл бұрын
Ramsitaramji
@varunmahajan9055
@varunmahajan9055 Жыл бұрын
Namaskar guru g.
@habibabibihabibabibi3157
@habibabibihabibabibi3157 Жыл бұрын
Thank u sir 🙏🙏🙏😇😇😇😇♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️👍👍👍👍👍
@habibabibihabibabibi3157
@habibabibihabibabibi3157 Жыл бұрын
Sir bohot bohot dhanay wad ... Apki is video s Kafi jankari milli🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏👍👍👍👍👍👍😇😇😇😇😇😇♥️♥️♥️♥️🙏🙏🙏🙏
@mayakanwar8551
@mayakanwar8551 Жыл бұрын
गुरुदेव आपके चरणो में कोटि कोटि प्रणाम 🌷🤗दंडवत करते हमसे कोई त्रुटि हो तो मैं क्षमा करना आप हमें बहुत 🌹अच्छी जानकारी इस तकनीक से बहुत अच्छा फायदा मिलता है आपका कोटि-कोटि धन्यवाद गुरुदेव जी 🙏 हमें आपसे एक बात की राय लेनी है कि गुरुदेव साधना करते समय किसी और घर का भोजन नहीं करना चाहिए क्या और गुरुदेव हमने साधना करते समय श्राद्ध का भोजन कर लिया अब अब हम क्या करें कैसे pet ki 🚩गुरुदेव हो मैं थोड़ी जाए समझाना 🔱📿
@Dhyankagyan777
@Dhyankagyan777 Жыл бұрын
आप इस बात को इतनी गंभीरता से ना ले, अगर आप भोजन को पूरे स्वीकार भाव से और प्रसन्नता से ग्रहण करते हैं तो इसका कोई साइड इफेक्ट आपको नहीं होगा। इसके विपरीत यदि श्रेष्ठ भोजन को भी यदि आप क्रोध या उदासी की भावना से ग्रहण करेंगे तो श्रेष्ठ भोजन भी जहर बन जाता है, अतः आप श्राद्ध का भोजन करें या किसी दावत का भोजन करे, हर स्थिति मे हमारे मन की भावना ही उस भोजन को शुद्ध या अशुद्ध बनाती हैं। अतः आप चिंतित ना हो और जो भी जैसा भी भोजन आपने खाया है उसके लिए मन मे धन्यवाद का भाव रखे और इसका सब अच्छा या बुरा प्रभाव परमात्मा पर छोड़ दे और निश्चित रहे।
@mayakanwar8551
@mayakanwar8551 Жыл бұрын
गुरु जी आपका कोटि-कोटि धन्यवाद जी 🙏
@s.a.m.41
@s.a.m.41 Жыл бұрын
Thank you Sir, What is Kriyayog ,Is bare me bhi information dijiye.
@krishnadhumone9965
@krishnadhumone9965 Жыл бұрын
Namaskar Guruji 🙏 apko video me dekha hai . Lekin apki avaj sunkar lagta hi nahi ki apki awaj hai . Apki awaj bahot young hai . 24 25 ki age jaisi avaj hoti hai vaisi awaj hai apki .
@user-tr8bl9rj2v
@user-tr8bl9rj2v 7 ай бұрын
गुरुदेव आपके चरणों में कोर्ट कोर्ट प्रणाम गुरुदेव कुछ दिन पहले मेरा आज्ञा चक्र पर वाइब्रेशन होता था अब वह बंद हो चुका है गुरुदेव क्या करें क्या गलती हुई है गुरुदेव कोई गलती हुई हो तो गुरुदेव माफ करना आपके दास को👏👏🤚🤚
@rudrakshswami9776
@rudrakshswami9776 6 ай бұрын
Guru dev har waqt apna dhyan agya chakra par rakhne wali yah vidhi apan sahtrar chakra keliye bhi kar sakte hai kya Har waqt apna dhyan sahastrar par rakh sakte hai? Pls bataye🙏🙏
@nareshturi769
@nareshturi769 Жыл бұрын
जय महा गुरू जी आपको कोटि कोटि नमन गुरू जी मेरा माथे के बीच में दवाब महा सुषा हेता है ऐसे में हमें क्या करना चाहिए किरपा करके आप हमें जानकारी दे धन्यवाद गुरू जी 🙏🙏🙏
@Dhyankagyan777
@Dhyankagyan777 Жыл бұрын
आज्ञा चक्र पर यानि दोनों भौहों के बीच मे दबाव होना, गुदगुदी होना, खुजली होना, दर्द या भारीपन महसूस होना, खिंचाव होना, स्पन्दन होना, धड़कन अथवा कंपन आदि होना सब इसके प्राकृतिक चिन्ह है, ऐसा होना स्वाभाविक ही है । शिव तंत्र में कहा गया है की तीसरी आंख होश की भूखी है यानि इस पर फोकस करने से य़ह शीघ्र ही जागृत होने लगती है, अवेयरनेस इसका फूड है, आज्ञा चक्र पर ध्यान देते ही य़ह धड़कन देने लगता है, ऐसा इसके अतिसंवेदनशील होने के कारण है और इसी कारण से इस स्थान पर दबाव महसूस होता है, ये दबाव वस्तुतः चक्र में गति के प्रारम्भ होने के कारण होता है जोकि एक सामान्य और शुभ संकेत है, इस दबाव में चक्र की सघनता के अनुपात से ही दबाव में तेजी और गिरावट आती रहती है, य़ह दबाव मात्र एक शुरुआती लक्षण है इस बात का की चक्र गति ले रहा है, जैसे जैसे साधना सघन होगी वैसे वैसे इस दबाव का स्थूल शरीर से प्रभाव लुप्त हो जाएगा और सूक्ष्म शरीर में यही दबाव सहज व विश्रांतदाई स्थिरता का रूप ले लेगा तब बाहरी शरीर पर इसकी इतनी प्रतीति नहीं होती लेकिन आरंभ में तो खूब होगी और होनी भी चाहिए क्योंकि य़ह एक शुभ लक्षण है। आपको चाहिए की आप इस दबाव की चिंता ना करे, इसे होने दे, और इस कारण से अपना ध्यान का अभ्यास बंद ना करे, समयानुसार जब ऊर्जा संतुलित होगी तो अपने आप य़ह दबाव सामान्य हो जाएगा, बस फिलहाल इतना ध्यान रखे की अभ्यास के समय अपने आज्ञा चक्र पर अति की एकाग्रता ना करके सहज रूप से व विश्रांति के साथ ध्यान लगाये।
@rakeshlamba8535
@rakeshlamba8535 Жыл бұрын
Aagya chakra per vibration 2 mahine se jyada ho gai ab to urja ek mahine Bhar se sahas chakkar se upar ja rahi hai
@aakash1088
@aakash1088 Жыл бұрын
Pineal gland me energy flow krti hai clock wise.. liquid jaisa kuch hai
@Dhyankagyan777
@Dhyankagyan777 Жыл бұрын
Its a good sign।
@aakash1088
@aakash1088 Жыл бұрын
Thx sir g!!!! Apne apna time nikal kr reply kiya....
@aakash1088
@aakash1088 Жыл бұрын
Ek aur baat sir rat ko sote time wo liquid sir k upar dhire dhire krke chla jata hai...
@ajayayangervlogs
@ajayayangervlogs 11 ай бұрын
Guru ji mai bahut din se pareshan hu isse
@Dhyankagyan777
@Dhyankagyan777 11 ай бұрын
Agar aapko preshani ho rahi hai toh yadi aap koi kriya kar rahe hai toh voh kriya kam kar de ya bilkul bandh kar de
@hashmi9887
@hashmi9887 Жыл бұрын
प्रणाम गुरु देव ध्यान की ऐसी कौन सी विधि है जिस से हम दूर व्यक्ति को चाहे किसी भी शहर या देश में हो उसे स्पष्ट रूप से देख सकें की वह कहा है और इस समय क्या कर रहा है और अपनी बात बिना किसी साधन के उस तक कैसे पहुंचा सकते हैं और मेरा दूसरा प्रश्न है की किसी के भी मन के विचार हम कैसे जान सकते है चाहे वह हमारे सामने हो या दूर हो,,, और कैसे किसी व्यक्ति को मानसिक आदेश दे सकते हैं की वह स्वयं अपने विचार कहे चाहे वह कितनी ही दूर हो या सामने हो क्या ऐसा संभव हो सकता है कृपया बताइए
@Dhyankagyan777
@Dhyankagyan777 Жыл бұрын
इन बातों मे दक्षता पाने के लिए आपको अपने मन को ज्यादा से ज्यादा एकाग्र करना सीखना होगा, जितनी अधिक आपमे एकाग्रता की शक्ति विकसित होगी उतना आपके लिए इन कार्यो को करना आसान हो जाएगा। मन की एकाग्रता की सिद्धि के बाद कुछ विशेष क्रियाए है जिनके अभ्यास से आप अपने अभीष्ट की प्राप्ति कर सकते है, जिसमें विशेष रूप से telepathy का अभ्यास आपको करना होगा। आप चाहे तो मेरे इस टेलीपैथी के विडियो से भी सहायता ले सकते है kzfaq.info/get/bejne/gJyneqhyx7bcdKc.html
@pramoddubile5339
@pramoddubile5339 Жыл бұрын
प्रणाम गुरुजी तीसरी आंख के बारे में जो जानकारी दी इसलिए आपका बहुत बहुत आभार गुरु जी मेरा प्रश्न है भगवान शिव जी का रुद्राक्ष ध्यान में कैसे कार्यकरता है कुपया मार्गदर्शन करणे🙏🙏🙏
@Dhyankagyan777
@Dhyankagyan777 Жыл бұрын
रुद्राक्ष के गुणों को हम सब अच्छी तरह से जानते हैं, अगर ध्यान के समय रुद्राक्ष की माला हमारे गले मे हो तो ध्यान की गहराई रुद्राक्ष की पवित्र तरंगों के कारण बढ़ने लग जाती है और यदि मंत्र जाप करना हो तो रुद्राक्ष की माला जाप के लिए सर्वश्रेष्ठ रहती हैं ।
@pramoddubile5339
@pramoddubile5339 Жыл бұрын
@@Dhyankagyan777 गुरुजी मेरी ओर से आपको शतशः शह हैं धन्यवाद🙏🙏🙏
@varunmahajan9055
@varunmahajan9055 Жыл бұрын
Guru g tanav poorna jindgi , job , grahast jeevan me jo present movement me hum hote hai aur past ya future me utna nahi ulajhte, bus samasya yahi aa rahi hai ki jaise jitna bhi data save ker rakkha hai information ka knowledge ka vo bhool gaye ya learn't memory utni sharp nahi reh gayi hai...
@Dhyankagyan777
@Dhyankagyan777 Жыл бұрын
वैसे तो यादाश्त कमजोर होने के कई कारण होते है जैसे की आयु वृद्घि, कोई शारिरिक या मानसिक रोग, अपर्याप्त आहार, मादक पदार्थों का सेवन, अनुचित जीवन शैली, तनाव, नींद की कमी आदि । किंतु अगर हम अध्यात्मिक रूप से इस समस्यया का चिंतन करे तो पायेगे की हमारी चेतना की कमी व प्राण ऊर्जा की मस्तिष्क मे कमी के कारण यह समस्या होती है । अतः इसके निदान के लिये मस्तिष्क मे चेतना व प्राण ऊर्जा का बढ़ाना बहुत आवश्यक है । इसके लिये आप सुर्य नमस्कार, शीर्षासन, कपालभाति, अनुलोम-विलोम, भ्रामरी प्राणायाम, जल नेति, त्राटक आदि योग क्रियाओं का नित्य अभ्यास करे एवं वैध के परामर्श से ब्रह्ममी बूटी, जटामांसी, शंखपुष्पि आदि औषधियों का सेवन करे । रोज सिर की सरसों के तेल से मालिश करे । हर रोज ध्यान साधना करे । इसके लिये आप कोई सी भी मन को एकाग्र करने की विधि कर सकते है । याद रखे, जो व्यक्ति अनुपस्थित मन ( absent mind ) के साथ ज्यादा जीता है उसी की यादाश्त ज्यादा कमजोर होती है क्युकी जब आप कोई क्रिया अनुपस्थित मन के साथ करते है तो उसकी छाप मस्तिष्क पर अंकित नही हो पाती है, और बाद मे फिर वह क्रिया याद करने पर याद नही आती है । किंतु जब भी आप कोई क्रिया उपस्थित मन ( present mind ) के साथ करते है तो उसकी स्पष्ट छाप मस्तिष्क पर पड़ती है और बाद मे वह बात बहुत आसानी से याद करने पर याद आ जाती है । अतः जितना हो सके उतना उपस्थित मन के साथ अपने जीवन की सभी क्रियाएं करे ।
@Superman-uq7vb
@Superman-uq7vb 10 ай бұрын
Guru g mujhe sirf 5 days hua hai dhayan lgate hua aur mujhe mathe k senter main pain aur khichao bahut ho rha hai lagataar sone ki koshish karta hu fir bhi dhayaan lag jata hai aur body sun hone lagti hai bahot parashaan hu please btao kya karu please
@pkd6050
@pkd6050 Жыл бұрын
Guru ji parnam jab phle ma dyan se uthana ka bd mere dono hath garm ho jata tha or energy or vibration feal hoti thi or ab 2_3 dino se dyan se uthne ka bd jab ma apna dono hatho ko eye pa lagta hu toh dono hath ठडे ho jate ha karipya guru ji maargdarshan kre 🙏🙏
@Healthy-us
@Healthy-us Жыл бұрын
Sir maine aapki vedios abhi dekhni shuru ki hai ..very informative hai ji mere lyi.main apni ruhaniyt se childhood se problem main hu n now I'm 47..but koi result nhi hai Mere guru v hai but unse milke baat Krna impossible hai coz mery brgi kroda ch sangat hai ..muje namdaan v mil gya tha 2009 main.after my hubby death Sir sirf mery ruhaniyt hi nhi life hi spoil huyi pdi hai koi aaj tk nhi mila jo bta ske ki ye kro Namdaan mila to main bhut khush hoyi ki guru mil gya but jaise hi maine naam simran start Kiya time Dena shuru kiya main aapko bta nhi skti ki main kitni bdi bdi problem m fsti thi firstly to main smj nhi payi but mere under intuitions power very very much strong hai childhood se bdi bdi incident muje first time dikh jate the unke create hone se phle .ohi time .city . country.but main smj nhi pati thi .jb tv m news dekhti 2.4 day baad .to main shocked ho jati thi ki ye to maine 4.5 days or weeks pahle dekha tha in dream bilkul vesa jo main tv main dekhti thi But main Puja path main believe nhi krti thi bs Etna khti hu ki koi power hai jo es sari univers ko chla rhi hai hubby ki death baad namdaan mila tha muje .uske phle mery life spoil hi thi jiske saath marriage hoyi thi o kuj nhi krte the kher . Jb maine feel Kiya ki simran krti hu to first muje etne cows . baffalo.mens jo yamraj hote hai o saaf dikhte the .aap ykin kren ki main etni problem main ghir jaati thi ki mere kaam totally bnd ho jata tha main boutique krti thi rent ke mkan mai rhna .kisi ka sath nhi tha 2 bchche mere .. even mere parents ne v mera sath nhi diya .na in-laws nai .pta nhi skti ki shi raahpa chlke v muje kitna kuj shna pdaa 😭😭😭😭😭😭 N jo m simran bnd nhi krti thi to kisi ki death ka msg mil jata tha reletive main jo close ke the .fer main bnd kr deti thi fer mn nhi manta tha start kr deti thi sochti thi mere mn ka vhm hai rub ke name se aisa kuj nhi hota Fer satsang Jana .sewa mil gyi thi satsang ghr Mai bchchon ke sath to hor v problem aani suru ho gyi abhi tk v main ghr nhi bna ski rent pr hu .evn abhi v mere sath thi kuj hai After that abhi kuj montha phle muje aya ki aab Mera second suffer start ho rha hai .to maine gurbani se apne aapko jod liya judi to main phle se thi after marriage main guru granth sahb ko manti hu .vese main hindu community rajput hu .to guru granth se mera atut rista hai . Means jb main Puja path simran suru kr deti hu to kaam bnd .. owners aaj tk koi nice nhi mila .etne gande log mile . 😭😭Jhgde .m btla nhi skti ki kitni problem aa jaati hai evn ki mere sisters n parents ke yha unke bchchon ko unko aisi lailaj bimariyan suddenly aa jati hai ki sirf operation ho jaye hai .means pta nhi kaise jaan bchti hai Jb maine satnam waheguru.n mulmantaraa jaap Krna start Kiya to bht kuj gd aaya samne .kaam to bnd ho gya .but little bit kuj thik rha in between ek din day ke time dhyan main baithi thi to shiv ji mere under feel huye mean open eyes feeling sb kuj dekha maine o mere right sight smma gye .jb ki main kbhi manti nhi thi .but maine unke spne dekhe hai hrk Devi devta ke darshn kiye hai maine .ab maine bhut kuj mhsus kiya smj nhi aata ki simran kiska kru Jo chakra hai ao sb activate ho gye uper energy fellow krti hai bhot garmaysh mhsus hoti hai but koi light nhi hai na koi sound hai .bs eyes samne dark rhta hai . Dhyan mn pura lgta hai .evn day time working time m v kyi bari aagyaa chakra ke upar kuj round lgta hai aankho ka bhari ho jaana sb kuj change kuj nhi hai aaj v ld rhi hu life se .but bhut kuj gd v huya hai thanks krti hu god ka Main aapse request krti hu ki ye kya hai ye to abhi maine adhura btaya hai aapako .pura such to bhut hai Mery humble request hai 🙏🙏🙏🙏😭 ji plz help me what I do .I'm very much confused ki main jo name Mila hai o jpu ja shiv mantra..dono krti hu abhi .jo guru mantra mtlb naam mila hai usse abhi v problem hoti hai shiv mantra krti hu to smj nhi aata ki konsi chkra energy creat ho rhi hai coz darkness hai .nd energy fellow bhut hai Ek vedio main kise ne btaya tha ki guru mantra krne ke baad sive mantra krne se sb balance rhta hai but mere sath to ulta hota hai so plz sir help me khi ye na ho ki main rub se dur ho jau 🙏🙏🙏😭plz reply meplz
@Dhyankagyan777
@Dhyankagyan777 Жыл бұрын
मैंने आपका पूरा कमेंट बहुत ध्यान से पढा है और समझा है। आपके साथ मुझे पूरी सहानुभूति है और मैं आपको आश्वासन देना चाहता हूं कि आप घबराए मत, अगर आप, जैसे आपने अब तक संयम बनाए रखा है और यदि अभी भी संयम बनाए रखेगी तो सब ठीक हो जायेगा, बस आपको थोड़ा सा चीजों को समझ के साथ और प्लान के साथ करना है, मैं आपको कुछ सुझाव दे रहा हू, आप इन सुझावों का पालन करने की कोशिश करे, सब ठीक हो जायेगा। पहली बात, आपके जीवन मे जो भी अच्छा या बुरा हो रहा है उसको अपनी साधना या ध्यान आदि के साथ एकदम से ना जोड़े, क्युकी जो भी हम इस जीवन में सुख या दुख अनुभव करते हैं उसके पीछे बहुत से कारण होते हैं जैसे कर्म बंधन, नियति, परिवेश और हमारी नासमझी या अज्ञानता आदि। दूसरी बात, जिस प्रकार की अभी आपकी मानसिक स्थिति है ऐसी स्थिति मे ध्यान या मंत्र जाप और आज्ञा चक्र का ध्यान आदि एकदम से काम नहीं करेगा, उल्टा इससे आपकी नकरात्मक स्थिति और भी नकरात्मक होती हुई महसूस हो सकती है, इसलिए पहले आप अपनी एनर्जी को प्यूरीफाइ करे, ताकि आपके अंदर सकरात्मक ऊर्जा बढ़ सके, फिर उसके बाद आप मंत्र जाप आदि कर सकते है। अभी आप सब से पहले अपनी शारीरिक व मानसिक फिटनेस के लिए योग व प्राणायाम का हर रोज नियमित अभ्यास करे, इससे आपकी एनर्जी पॉजिटिव होनी शुरू होगी। फिर फिजिकल व मेंटल फिटनेस के बाद कुछ सप्ताह ओम का उच्चारण करे, इससे आपकी अंदरूनी ताकत बढ़ेगी, फिर धीरे-धीरे कुछ समय बाद ध्यान शुरू करे, लेकिन अभी भी आज्ञा चक्र पर ध्यान मत लगाए, बल्कि हृदय चक्र ध्यान या विपश्यना ध्यान का ही केवल अभ्यास करे, फिर कुछ समय बाद आप मंत्र जाप आदि शुरू कर सकते हैं, और जो मन को भाये वो मंत्र, इसलिए ज्यादा कन्फ्यूजन मे जाये बिना गुरु मंत्र या शिव मंत्र या किसी भी अन्य मंत्र का जाप आप कर सकते है, सभी मंत्र शुभ है।
@deepaknamdev8772
@deepaknamdev8772 Жыл бұрын
प्रणाम गुरुजी, मेरा एक प्रश्न है साधना के दौरान तो ये होता है परंतु जब भी मुझे कोई भी मंत्र मैं सुनता हूं और मैं ज्योतिर्लिंग में या कोई मंदिर में जाता हूं तब ये लगातार रहता है, और अपने आप ही होने लगता है ,कृपिया प्रकाश डाले।
@Ramjikikripa-fr3gv
@Ramjikikripa-fr3gv 11 ай бұрын
Guru ji jab mai hanuman chalisa ka Paath karta hu to mere third eye par halka dard hota hai aur kuch gumta hai paath kane ke bad theek ho jata hai kya karu jai shree ram
@Dhyankagyan777
@Dhyankagyan777 11 ай бұрын
Koi baat nahi, aisa isliye hota hai kyuki paath ke dauran aapka man ekagr yani focus ho jata hai, jis karn se third eye par jor padta hai or halka dard hota hai, ye acchi baat hai, isliye iski chinta na kare
@rachitnigam9568
@rachitnigam9568 Жыл бұрын
Mai video dekh raha hoon.. Eye picture video mein mujhe Hilti hui dikhayi de rahi thi
@sameerramdasi88
@sameerramdasi88 Жыл бұрын
Mai kahi mahino se daily pranayam karta hu 20 min kapalbhati 15 min nadi shodhan aur 5 min bhastrika aur nai ab kai din se mai dhyan kar rha hu to mujhe done aakho ke bich tisari aakh mai sas chal rahi hai aur uspar hit ho raha hai aur waha par mehsoos ho raha hai aur mai gahara bhi chala ja raja hu aur niche bahut garmi ka eahsas hota hai kamar ke niche krupaya marga darshan kare?
@nilmani1245
@nilmani1245 Жыл бұрын
Guruji ye kab hota hai khichav aangya chara men
@Dhyankagyan777
@Dhyankagyan777 Жыл бұрын
य़ह खिंचाव तब होता है जब आज्ञा चक्र सक्रियता लेने लगता है या जब य़ह चक्र अपनी शुद्धि करता है ।
@beautifulworld1632
@beautifulworld1632 Жыл бұрын
Guru ji mujhe meditation me achhe anubhv huye hain Mai thodi mature ho gyi hu pr mera mn abhi bhi saant Nhi rahta please koi upay bataye.
@Dhyankagyan777
@Dhyankagyan777 Жыл бұрын
मन की भटकन शांत होने मे और मन के स्थिर होने मे समय लगता है, जब तक व्यक्ती मानसिक रूप से प्रौढ और अनुभवी नहीं हो जाता तब तक मन ऐसे ही हर किसी को भरमाता रहता है। अधिकतर व्यक्ती इसलिए मन के बहकावे मे आता रहता है क्योंकि व्यक्ती के अंदर बहुत सारी इच्छायें, महत्वकांक्षाए और वासनाएं होती है जिनको पूरा करने के उद्देश्य से व्यक्ती निरन्तर भटकता रहता है। लेकिन मन की भटकन से मुक्त होने के लिए भटकना भी जरूरी है क्युकी निरन्तर भटक कर ही आपको समझ मे आएगा की भटकने से कुछ प्राप्त नहीं होता, और इतना ज्ञान प्राप्त होने मे व्यक्ती का पूरा जीवन लग जाता है, अतः मन का शांत होना इतना आसान नहीं है। इसलिए आप धैर्य रखे, जागरुकता के साथ जीवन जिये, मन के हर कृत्य का अवलोकन करते रहे, खुद से सवाल करते रहे की जो आप कर रहे हैं वो क्यूँ कर रहे हैं, किसलिए कर रहे हैं, कब तक करते रहेगे, आदि। धीरे-धीरे आपको सब समझ आने लगेगा और आपके मन की भटकन खत्म होने लगेगी और आप शांत होने लगेंगे।
@samtakumar-ne4mu
@samtakumar-ne4mu Жыл бұрын
Namaskar sir mai jab bhi meditation karne baithti hu thodi der baad hi body mei kamoan suru ho jata hai aur turant mujhe aanke kholni pad jati hai Aisa q hota hai clear karein please 🙏
@ranjeetdabi-yc1ki
@ranjeetdabi-yc1ki 11 ай бұрын
👁️ पहली बार देखी तीसरी आंख 👁️ और डर कर ध्यान में से खडा हो गया तो मुझे क्या करना चाहिए था
@Dhyankagyan777
@Dhyankagyan777 10 ай бұрын
डरने की आवश्यकता नहीं है, आपको ध्यान जारी रखना चाहिए।
@shailandrasharma651
@shailandrasharma651 Жыл бұрын
Bina guru ke dhyaan karna khatarnak to nhi hoga na.kyunki main dhyaan karna shikhna chahti hoon .par mujhe bahut Darr lagta hai.kripa karke Mera margdarshan kare.aapko aabhari rahungi
@Dhyankagyan777
@Dhyankagyan777 Жыл бұрын
अगर आपको कदम दर कदम गाइड करने के लिए गुरु की उपलब्धता हो जाती है तो य़ह बहुत अच्छी बात है, लेकिन हर किसी को ऐसा सौभाग्य मिले य़ह सम्भव भी नहीं है। हम सब का सब से बड़ा गुरु तो हमारे ही अंदर है जो हमे हर तरह का दिशा निर्देश हमेशा अन्तर प्रज्ञा के रूप मे हमे देता रहता है । हमे उसका अनुसरण करना चाहिये । अगर आपको आपकी ध्यान साधना के लिये किसी गुरु का सानिध्य मिल जाता है तो यह बहुत उतम बात है, लेकिन अगर नही भी मिल पाते है तो किसी भी अनुभवी, ज्ञानी, जानकार, विद्वान या शिक्षक से भी आप मार्ग दर्शन ले सकते है । अगर वो भी नही मिल पाते है तो अपनी अंतरात्मा को अपना गुरु मानकर भी आप आगे बढ़ सकते है, अन्यथा आप अपने इष्ट देवता को अपना गुरु मानकर भी आगे बढ़ सकते है ।
@Car-toonke
@Car-toonke Жыл бұрын
Sir mujhe dhyan ko doran ek kheencha hota hai mujhe ye kheencha bdi jor se hota mere face ke haav bhaav apne aap bdlte hai or sidha dimk tk ek dm phunchte hai dimag ke rongte ek dm khde hote hai
@Dhyankagyan777
@Dhyankagyan777 Жыл бұрын
ध्यान के दौरान शरीर में कहीं भी खिंचाव होना स्वाभाविक है शिव तंत्र में कहा गया है की तीसरी आंख होश की भूखी है यानि इस पर फोकस करने से य़ह शीघ्र ही जागृत होने लगती है, अवेयरनेस इसका फूड है, आज्ञा चक्र पर ध्यान देते ही य़ह धड़कन देने लगता है, ऐसा इसके अतिसंवेदनशील होने के कारण है और इसी कारण से खिंचाव महसूस होता है, ये खिंचाव वस्तुतः चक्र में गति के प्रारम्भ होने के कारण होता है जोकि एक सामान्य और शुभ संकेत है, इस खिंचाव में चक्र की सघनता के अनुपात से ही खिंचाव में तेजी और गिरावट आती रहती है, य़ह खिंचाव मात्र एक शुरुआती लक्षण है इस बात का की चक्र गति ले रहा है, जैसे जैसे साधना सघन होगी वैसे वैसे इस खिंचाव का स्थूल शरीर से प्रभाव लुप्त हो जाएगा और सूक्ष्म शरीर में यही खिंचाव सहज व विश्रांतदाई स्थिरता का रूप ले लेगा तब बाहरी शरीर पर इसकी इतनी प्रतीति नहीं होती लेकिन आरंभ में तो खूब होगी और होनी भी चाहिए क्योंकि य़ह एक शुभ लक्षण है। आपको चाहिए की आप इस खिंचाव की चिंता ना करे, इसे होने दे, और इस कारण से अपना ध्यान का अभ्यास बंद ना करे, समयानुसार जब ऊर्जा संतुलित होगी तो अपने आप य़ह खिंचाव सामान्य हो जाएगा, बस फिलहाल इतना ध्यान रखे की अभ्यास के समय अपने आज्ञा चक्र पर अति की एकाग्रता ना करके सहज रूप से व विश्रांति के साथ ध्यान लगाये।
@abhiijeeet
@abhiijeeet Жыл бұрын
गुरुजी प्रणाम, आपने जैसे कहा कि लम्बी साधना के बाद ये शुरुवाती लक्षण समाप्त हो जाते है, ये कितने समय का होता है, क्यों की मैंने सुना है कि साधक कयी सालों तक बिना खाये पिये समाधि मे रहते हैं, कृपया मार्ग दर्शन करें, धन्यवाद |
@Dhyankagyan777
@Dhyankagyan777 Жыл бұрын
Actually में ये सभी लक्षण शुरुआत में ही अधिक होते हैं जिसका कारण होता है चक्र का नया नया खुलना और चक्र की अशुद्धि दूर होना, एकबार जब चक्र की सफाई हो जाती हैं तो इन लक्षण की कोई जरूरत नहीं रहती, लेकिन इसका मतलब यह नहीं की अब यदि ये लक्षण नहीं आ रहे तो चक्र बंद हो गया, वस्तुतः अब चक्र पूरी तरह से ब्लॉक रहित हो गया है इसलिए वो लक्षण नहीं होते पर चक्र अपनी गति से काम करता रहता है। य़ह कितने समय तक होता है ये नहीं कहा जा सकता क्युकी व्यक्ती व्यक्ती पर य़ह निर्भर करेगा।
@abhiijeeet
@abhiijeeet Жыл бұрын
@@Dhyankagyan777 धन्यवाद गुरुजी मार्ग दर्शन के लिए 🙏
@mariaserrao5252
@mariaserrao5252 Жыл бұрын
Guruji Jyoti tratak karati hu dhyan bi karato hu ,Mai raat ko jaise hi sone jati aakhe band kiya toh alag alag murty,hire dikhate hai alag alag log dikhate hain kabhi kabhi dar jati hu muze please bataye
@Dhyankagyan777
@Dhyankagyan777 Жыл бұрын
क्युकी आप त्राटक का अभ्यास कर रहीं हैं इसलिए आपका अवचेतन मन खुल रहा है, जो लोग आप को दिखते हैं वे आपके पूर्व जन्मों के साथी या सम्बन्धी आदि रहे हैं जो आपके मन की स्मृति से बाहर निकल कर आ रहे हैं, इसमे डरने की बात नहीं है, आप बिना किसी भय के जो अनुभूतियां आपको हो रही है उनको होने दे, Actually ये सभी लक्षण जो आपने बताए है ये इंगित करते है की आपके अवचेतन मन की सफाई हो रही है और उसके अंदर जो भी दमित भावनाएं है वो इन अनुभवों का रूप लेकर चेतन मन के स्तर पर ऊपर उठकर मुक्त हो रही है, ऐसा होने से आगे आने वाले समय मे आपका मन शांत और हल्का हो जाएगा और ध्यान मे गहराई बढ़ेगी, इसलिए आप निश्चित होकर आगे बढ़ते रहे, जब मन की सफाई पूरी हो जायेगी तो ऐसा होना स्वयं ही बंद हो जायेगा।
@amarjeetsingh-sn4nu
@amarjeetsingh-sn4nu Жыл бұрын
Mera crown chakra & thirdeye chakra me ant chalti mahsus hoti hai .kya karu
@Dhyankagyan777
@Dhyankagyan777 Жыл бұрын
ध्यान के दौरान चींटियां काटने की अनुभूति होना तब होता है जब प्राण वायु शरीर की सूक्ष्म नस नाड़ियों मे प्रवेश करती है, वस्तुतः एनर्जी भीतर की सूक्ष्म नाड़ियों मे जब गति करती है तो चींटियां चलने जैसी प्रतीति होती है, य़ह एक अच्छा चिन्ह है। जिस चीज को आप चींटियां अनुभव कर रहे है, वास्तविकता मे वो चींटियां नहीं है ब्लकि आपकी प्राण ऊर्जा है।
@believeinyourself4491
@believeinyourself4491 Жыл бұрын
Aankh bhut tez bnd hojati h khulti bhi ni
@urvashigupta4682
@urvashigupta4682 Жыл бұрын
pranam sir ek mahine se aagya chakra par dhyan karta hu ab third eye par aisa lagta hai swas wahi se aa ja rahi hai iska kya matlb hai sir sahi ja raha hu ya ni
@Dhyankagyan777
@Dhyankagyan777 Жыл бұрын
आप बिल्कुल सही जा रहे हैं, ये लक्षण आज्ञा चक्र में गहराई बढ़ने का संकेत है। एक समय ऐसा आएगा जब आपकी श्वास ध्यान के दौरान बहुत छोटी हो जायेगी और आज्ञा चक्र से ही श्वास चलती हुई महसूस होगी।
@urvashigupta4682
@urvashigupta4682 Жыл бұрын
tq sir
@nilmani1245
@nilmani1245 Жыл бұрын
And kab tak hota hai
@Dhyankagyan777
@Dhyankagyan777 Жыл бұрын
इसके समय के बारे में नहीं कहा जा सकता, क्युकी सबको अलग अलग ढंग से होता है।
@nilmani1245
@nilmani1245 Жыл бұрын
Guruji aapko pranam, guruji Aap mujh garib par aasirvad banaye rakhna
@sahilkumarkhatri4079
@sahilkumarkhatri4079 Жыл бұрын
Deyan ketni der karna he
@Dhyankagyan777
@Dhyankagyan777 Жыл бұрын
हमें ध्यान कितनी देर करना चाहिए, इस बात को कोई एक निश्चित उतर नहीं हो सकता क्यूंकि य़ह विभिन्न ध्यान विधियों के प्रारुप और विभिन्न साधकों के अभ्यास करने के प्रयोजन पर निर्भर करता है। लेकिन अगर कोई अभी ध्यान की शुरुआत कर रहा है तो शुरु शुरू मे 5 से 10 मिनट अभ्यास कर सकते है फिर जैसे जैसे रूचि बढ़ेगी तो 20 मिनट फिर 30 मिनट और फिर एक औसत समय यानि 40 मिनट की एक बैठक कर सकते है। और जब ध्यान गहरा होने लगे तो कुछ महिनों के बाद ध्यान के समय को 2 घण्टे या उस से भी ज्यादा बढाया जा सकता है। और ध्यान को दिन मे जैसी सुविधा हो, उसके अनुसार दिन मे दो बार सुबह और शाम को किया जा सकता है अथवा केवल एक बार यानि सुबह सुबह भी यदि कर लेते है तो पर्याप्त है।
@sahilkumarkhatri4079
@sahilkumarkhatri4079 Жыл бұрын
Hedi to mujhe samaj nhi aata
@cinetalks2187
@cinetalks2187 Жыл бұрын
Namaskar Guruji, 10 din se mai agya chakra par dhyan kar rahi thi, fir do din se abhi anahad chakra par dhyan practice kar rhi hu. Aur tabhi se chest me aage and piche pure din bhar thandak sa ahsas rahta h. Kuch activities karte samay ye kam lagta h par Khali bethne par jyada feel hota hai. Aisa hota h ya m is par bewajah dhyan de rhi hu. Plz help guruji 🙏🙏
@Dhyankagyan777
@Dhyankagyan777 Жыл бұрын
ऐसा होता है, और ऐसा हमारे सूक्ष्म शरीर मे स्थित तीन महत्वपूर्ण नाड़ियों के कारण होता है, जब हमे ध्यान के दौरान या समान्य अवस्था में भी यदि किसी चक्र पर गर्म ऊर्जा या गर्माहट महसूस हो तो इसका अर्थ है की आपकी ऊर्जा जागृत होकर पिंगला नाड़ी मे जोकि एक गर्म प्रकृति की नाड़ी है, उसमे से प्रवाहित हो रहीं हैं, किन्तु जब आपको ठंडक महसूस हो रही हो तो इसका अर्थ आपकी जागृत ऊर्जा इडा नाड़ी जोकि एक ठंडी प्रकृति की नाड़ी है, उसमे से प्रवाहित हो रहीं हैं। अब जब तक आपकी जागृत ऊर्जा पूर्ण रूप से सुषुम्ना नाड़ी, जोकि गर्म और ठण्डी दोनों के संतुलन की नाड़ी है, इसमे से ऊर्जा अपना मार्ग नहीं बना लेती तब तक गर्मी या ठण्डी के अनुभव होते रहते है, लेकिन इसमे कुछ गलत नहीं है, इसका इतना ही अर्थ है की आपकी ऊर्जा जागृत तो हो रहीं हैं लेकिन अभी आपकी ऊर्जा इडा पिंगला को शुद्ध कर रहीं हैं जब य़ह शुद्धि पूर्ण हो जायेगी तो आपकी सुषुम्ना जागृत हो जायेगी और तब स्थिति सामान्य हो जायेगी। इसलिए आप चिंतित ना हो, ऐसा होता है।
@cinetalks2187
@cinetalks2187 Жыл бұрын
@@Dhyankagyan777 Dhanyawad Guruji for the guidence 🙏🙏
@smitaambore3570
@smitaambore3570 Жыл бұрын
sir ji ध्यान के सुरवात के दिनो मे हि मुझे आग्या चक्र पर वाय्बरेसन कुछ दिनों तक हुए, अब नहीं होते, यैसा क्यो ho rha hai sir ji plz बताइये
@Dhyankagyan777
@Dhyankagyan777 Жыл бұрын
इसके दो कारण हो सकते है, पहला य़ह की अब आपका ध्यान पहले जितनी गहराई तक नहीं लग पा रहा है और दूसरा यह की अब आपका आज्ञा चक्र ब्लॉक रहित हो गया है जिससे कि वह लक्षण दुबारा नहीं हो रहे, तो य़ह एक अच्छी बात है, इसका मतलब यह नहीं कि अब आपका आज्ञा चक्र बंद हो गया, बस इतना समझे की अब उन लक्षण की कोई जरूरत नहीं रहीं, अब कुछ अलग से कुछ और होगा।
@smitaambore3570
@smitaambore3570 Жыл бұрын
@@Dhyankagyan777 thanks sir ji
@jigneshkumarmevada7160
@jigneshkumarmevada7160 Жыл бұрын
Mujhe Apke ye video me jo eye wala picture hai aisi hi mujhe meditation me eye dikhti hai. Uska kya matlab hai?
@Dhyankagyan777
@Dhyankagyan777 Жыл бұрын
बस य़ह एक संजोग ही हो सकता है और दूसरी बात की जो तस्वीर आपको दिखती है उसका कोई सम्बन्ध आपके अवचेतन मन मे पड़े किसी प्रतीक के साथ हो सकता है।
@jigneshkumarmevada7160
@jigneshkumarmevada7160 Жыл бұрын
@@Dhyankagyan777 Thank you Samay nikalne k liye🙏
@himachalipunjabi.hindicoma7578
@himachalipunjabi.hindicoma7578 Жыл бұрын
Ravi sir ji aapse baat karni ho call pe to keaie kre
@Dhyankagyan777
@Dhyankagyan777 Жыл бұрын
मैं श्रमा चाहता हूं किन्तु मैं बात करने के लिए फोन पर उपलब्ध नहीं हू, आप यही कमेंट के माध्यम से अपनी बात पूछ सकते हैं।
@himachalipunjabi.hindicoma7578
@himachalipunjabi.hindicoma7578 Жыл бұрын
@@Dhyankagyan777 रवि जी २ दिन हो गए आपके चैनल से जुड़े, पहली बार इतनी बारिकी से रूहानियत के बारे में समझाया है,धीरे धीरे सभी वीडियो देख रहा हु,रवि जी में किसी संस्था से जुड़ा हु, नामदान लिया है,2013 me 6 month ध्यान करके exprince वी हुआ था ,3 second ke liye sun samadhi ka.माथे पर चुंबक जैसा खिचाब हुआ,फिर शरीर सुन हुआ, माथे पर कामवासना जैसा मजा आता है, वैसे ही २ सेकंड के लिए vese mje aane लगे,उसके बाद घर की प्रॉब्लम के कारण ध्यान छूट गया,फिर 6-7 साल ध्यान nhi हुआ,अब 2021 से परमात्मा की रहमत से 1 साल हो गया ध्यान करते जी,सुबह शाम dialy बहुत kirpa hai, आपसे एक ही बात पूछनी थी, मेरी marrige ho चुकी है,मेरी ३ साल की लड़की वी है, जैसे जैसे ध्यान में आगे बड़ रहा हु, सांसारिक इच्छा खत्म होती जा रही है, लगभग खत्म ही है, अब एक ही टारगेट है, उस rab तक पहुंचना, जीते जी उस मंजिल को पाना,आप समझ गए होगे,पर एक सोच आती है मेरे घर वाली ने नामदान nhi लिया है,उसे रूहानियत के बारे में कुछ nhi pta, अब घर गृहस्थी में आपको पता है, ध्यान करते है,कई बार संभोग हो जाता है पति और पत्नी मे, उसका फर्क ध्यान में तो nhi पढ़ता, kyoki me jab पहले ध्यान करता था तो bhramcarya का पालन किया था,6-7 month apne viry nhi निकाला था,अब दिमाग में है की अब ध्यान करता हु ,और कई बार संभोग वी हो जाता है घर गृहस्थी में तो ,दिमाग में बैठ गया है की अगर वीर्य निकलता रहेगा तो उस मंजिल तक नही पहुंच पाऊंगा, अंदर से मन वी यही बोलता है,जब वी संभोग करता हु,वीर्य निकल जाता है तो ,बाद में मन बोलता है तेरा फिर मेडिटेशन में back gear lag gya,phir पीछे चला गया,अब ये bateo की उस परमात्मा की मंजिल तक पहुंचने के लिए वीर्य का कितना रोल है,सुना है की वीर्य को अंदर रखो,काम ऊर्जा ऊपर की तरफ उठती है ,तभी 10 daar khulta hai, अब आप bateo जी,घर गृहस्थी में कितना टाइम बाद संभोग करना चाहिए,और चैनलो पर तो बहुत कुछ बताया है,अब आप का exprince जानना चाहता हु,जिस हिसाब से आप के वीडियो मैने। सुने है, मुझे लगता है की आप us मंजिल को पा चुके हो,तभी आपसे पूछ रहा हु जी, जुरुर बताना जी, बहुत लोगो।के मन। मे qustion होगा,आप एक वीडियो ही बना देना इस पर ,जी
@rachitnigam9568
@rachitnigam9568 Жыл бұрын
Sir. Daily practice karne se ab .... experience hote hai..
@Dhyankagyan777
@Dhyankagyan777 Жыл бұрын
Good
@tuljaramborawake8268
@tuljaramborawake8268 Жыл бұрын
मेरी आज्ञा चक्र पर बहुत आग निकलती थी, मै बर्फ लगाकर ठंडा करता था
@sushanchaudhari7132
@sushanchaudhari7132 11 ай бұрын
🤨
@krishnasharma-cw5eo
@krishnasharma-cw5eo 7 ай бұрын
Bilkul sahi bhai
Мы никогда не были так напуганы!
00:15
Аришнев
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NERF WAR HEAVY: Drone Battle!
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MacDannyGun
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