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कभी आकाशवानी अल्मोडा से प्रसारित इन्ही लोकगीतो से लोकप्रिय हुए द्रष्टीहीन सँत राम और उनकी धर्मपत्नि आनंदी देवी आज भुखा प्यासा रहने रहते हुए टुटे हुए मकान मे वारिश के पानी के निचे जीवन यापन करने के लिए मजबूर हैँ ।
मानवता की सेवा हेतु समर्पित समूण परिवार द्वारा सहयोग की अपील |
सँतराम जैसे लोकगायक की सुध लेने वाला कोई नही , समाज कल्याण विभाग द्वारा मिल रही पेँसन भी आधार कार्ड न बनने के कारण बंद कर दी गयी है ।
आखिर कँहा गये वह सभी जो अपने आपको सामाजिक कार्यकरता और गरिबोँ का हितैशी बताते फिरते है :(