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यदि आपने ये कहा कि मेरे बच्चे कान्वेंट में पढ़ते है तो यकीन मानिये आपका स्टेटस सिंबल ऊँची हो जायेगी भले आप उस स्कूल के फी डिफाल्टर भी हो तो भी ! पर यदि आपने ये कहा कि मेरे बच्चे सरकारी स्कूल में पढ़ते है तो समझ लीजिये आपका स्टेटस सिंबल का ग्राफ शून्य हो गया ! आजकल बीपीएल वाले ही अपने बच्चों को सरकारी स्कूल भेज रहे है ! ये एक हकीकत है आज के समाज की आपकी हैसियत का पैमाना भी ये अंग्रेजी माध्यम के स्कूल ! कितनी ओछी मानसिकता होती जा रही है हमारी और हमारे समाज की ! पर आप शायद इन कान्वेंट विद्यालयों की उत्पति नहीं जानते होंगे कैसे हुई ! आइये जानते है कि क्या हकीकत इन कान्वेंट विद्यालयों की स्थापना की !
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फिलहाल उसके तीन तरीके हैं...
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