#लीलाधर_जगूड़ी, प्रख्यात कवि और साहित्यकार; साहित्य-यात्रा #Uttarakhand #Dehradun
Пікірлер: 11
@dhirendrasinghchauhan123 Жыл бұрын
आदरणीय जगूड़ी जी को प्रणाम।🙏🙏
@vinodtripathi3934 жыл бұрын
बहुत अच्छा लगा कवि लीलाधर जगूड़ी जी कै सुनकर
@sandeepbutola41272 жыл бұрын
🙏🙏🙏
@geetadubey96204 жыл бұрын
बेहद रोचक साक्षात्कार, एक लब्धप्रतिष्ठित कवि को सुनना, उनके जीवन के अलग अलग मोड़ों से गुजरना निस्संदेह एक सुखद अनुभव रहा। साक्षात्कार थोड़ा और लंबा होता तो कविताएं पर और भी गहराई से बात होती। खैर...साक्षात्कारकर्ताद्वय कुसुम नौटियाल एवं विजय गौड़ को बधाई , इस सुंदर साक्षात्कार हेतु।
@artirawatdhumakot19993 жыл бұрын
Jay hind 🙏
@sridharsemwal78373 жыл бұрын
विद्यार्थी के मामले में मैं आपका छोटा भाई हूँ।
@mahabeerranwalta29993 жыл бұрын
पहला कविता संग्रह 'शंखमुखी शिखरों पर' है शंखपुष्पी-- नहीं। सेम क डांडु आंडु हेर पांडु,आमणी सामणी हिमालय कू डांडु यनि जग भगवान तुम लेन्द अवतार बचपन में यह गीत मैंने सुना था।
@priyankanegi16462 ай бұрын
इससे खराब कुछ नहीं कि कवि कुछ कहना चाहता हो लेकिन उसे बीच में रोककर नया सवाल दाग दिया जाए वो फिर उसपर कुछ कह रहा हो और फिर उसे रोक दिया जाए। न आपने काव्य पर ढंग से बात की, न व्यक्तिगत जीवन पर, न ही नए संकलन पर तो फिर ऐसा साक्षात्कार करने का फायदा क्या है?