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आकाश में अनगिनत तारा समूह है
आकाश में तारों के यही विभाजित समूह नक्षत्र या तारामंडल के नाम से जाने जाते हैं
लेकिन २७ तारा समूह भारतीय खगोल शास्त्र में ज्यादा महत्त्व रखते है
२७ ही क्यू ? २५ या ३० क्यू नहीं ? जानते है इस मॉडल की मदद से
पृथ्वी अपनी धुरी पर घूम रही है। हैंडल को एक बार घुमानेसे पृथ्वी एक चक्कर पूरा करती है
यह हमारा चन्द्रमा है | पूरा करता है
ये डायल को चन्द्रमा की कक्षा से बाहर रखेंगे
यह डायल चन्द्रमा और सूरज के भ्रमणपथ को दर्शायेगा , जिसे क्रांति वृत्त या एक्लिप्टिक भी कहते है
वास्तव में चन्द्रमा की कक्षा क्रांति वृत्त से ५ डिग्री का कोण करती है
इस डायल पर २७ नक्षत्र के नाम की प्लेट रखेंगे .
चन्द्रमा की 360˚ की एक परिक्रमा के पथ पर लगभग 27 विभिन्न तारा-समूह बनते हैं,
पृथ्वी से चन्द्रमा के तरफ देखते हुए पीछे जो नक्षत्र समूह है , उसी नक्षत्र समूह में चन्द्रमा का वास्तव्य है ऐसा कहते है
अभी चन्द्रमा चित्र नक्षत्र में है , अभी स्वाति , अभी विशाखा
नक्षत्र में तारोंकी संख्या ये चिन्ह बताते है , हस्त नक्षत्र में ५ , चित्र नक्षत्र में १ और विशाखा नक्षत्र में ४ तारे
अब देखते है एक नक्षत्र को पूरा करने के लिए चन्द्रमा कितना समय लेता है
कृतिका नक्षत्र से होते हुए चन्द्रमा रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश कर रहा है
पृथ्वी का पॉइंटर यहाँ पर है
जब पृथ्वी एक दिन या ३६० डिग्री आगे बढती है तो चन्द्रमा करीबन १३ डिग्री आगे बढ़ता है याने एक नक्षत्र
इसी प्रकार पृथ्वी का पूरा चक्कर २७ नक्षत्रोंसे गुजरते हुई चन्द्रमा पूरा करता है
लेकिन क्या सहिमे आसमान में यह नक्षत्र एक दूसरे से इतना अंतर रखते है ?
इसे जानने के लिए नक्षत्र का योगतारा कौनसे स्थान पर है ये जानते है. योगतारा याने नक्षत्र के तारा समूह का मुख्य तारा। ये सबसे ज्यादा चमकता है और दिखने में आसान
ये टेबल में नक्षत्र का योगतारा और क्रांतिवृत्त से उचाई है
लाल रेखा क्रांतिवृत्त है
पुष्य , मघा , विशाखा , रेवती ये चार नक्षत्र क्रांतिवृत्त के नजदीक है
धनिष्ठा नक्षत्र उत्तर की और सबसे दूर है और हस्त नक्षत्र दक्षिण की और सबसे दूर
दो नक्षत्र एक दूसरे से कितनी दुरी पर है यह ये ग्राफ बताता है। जैसे अश्लेषा और मघा ५ अंश की दुरी पर है , मुला और पूर्वाषाढ़ा में दुरी लगभग २७ डिग्री है
इस छोटी स्टिक की मदद से क्रांतिवृत्त पर योगतारा दूसरे नक्षत्र के योगतारेसे कितना दूर है ये बता सकते है.
स्टिक की लम्बाई से पता चलेगा की योगतारा कितना ऊपर है या निचे , Declination is the proper term
इसे देखने से ये प्रतीत होता है की , दो नक्षत्रो के बिच अंतर एक जैसा नहीं है. कोई नक्षत्र बहोत नजदीक है या कोई बहोत दूर
किसी की दुरी क्रांतिवृत्त की प्लेन से ज्यादा है तो कही नक्षत्र एकदम क्रांतिवृत्त के आसपास
हमारे प्राचीन ग्रंथोंमे चन्द्रमा से जुडी हुई अनेक कथाये नक्षत्रोंकी ऐसी स्थिति और चन्द्रमा की परिक्रमा पर आधारित है
अब स्टेलॉरियम की मदद से नक्षत्रो की स्थिति का पता लगाएंगे. क्रांतिवृत्त लाल रंग से अंकित है
अब देखते है चन्द्रमा एक चक्कर काटते हुए कैसे परिक्रमा करता है
विशाखा नक्षत्र से चलते हुये , फिरसे उसी नक्षत्र स्थान पर आने में लगभग २७ दिन लगे.
हलाकि नक्षत्र स्थिर है , इसी दौरान आसमान में नक्षत्र की स्थिति भी बदलती देखि गयी। इसकी वजह है पृथ्वी की परिक्रमा
अगले विडिओ में तिथि क्या होती है इसके ऊपर चर्चा करेंगे
धन्यवाद