Рет қаралды 10,980
गुजरात के पाटन जिले की सिद्धपुर तहसील में पड़ने वाले सिद्धराणा गांव में हम राकेश चंद्र प्रियदर्शी से मिले. बातचीत के सिलसिले में राकेश हमें छह साल पुरानी एक घटना बताते हैं. वे अपने घर पर ही थे. सुबह सात बजे कुछ लोग उनके घर के दरवाजे पर दस्तक देते हैं. राकेश ने दरवाजा खोला तो सामने गांव के ही कुछ लोग खड़े थे. उन्होंने राकेश को निमंत्रण देते हुए कहा, “शाम को महादेव की पूजा के लिए भंडारा है. तुम्हारे समाज के लोगों के लिए भी भंडारे में भोजन का प्रबंध किया गया है. वहां बैठने के लिए अलग व्यवस्था रहेगी.”
अगाड़िया हित मंच के मुताबिक, “पंजीकरण प्रक्रिया सभी ब्लॉकों में की गई और सितंबर में कई अगाड़िया छोटे रण में चले गए. जिसके बाद बिना किसी कारण से उन्हें संतलपुर और अडेसर क्षेत्र के अगाड़ियाओं को लिटिल रण जाने से रोक दिया गया. उनसे कहा गया कि इसका निर्णय जल्द ही लिया जाएगा. वन विभाग के मुताबिक, सूची को सत्यापित करने और अंतिम रूप देने के लिए समय लगने की बात कही गई. हालांकि, वन विभाग ने अभी भी हमें रण क्षेत्रों में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी है. जिसके कारण इन मजदूरों के पास आजीविका का कोई अन्य स्रोत नहीं है और आज घर पर ही बैठे हैं.
नारूभाई 6 पीढ़ियों से नमक की खेती कर रहे हैं. सरकार के इस दोहरे और चयनात्मक रवैये से निराश हैं. वह कहते हैं, “हम अपने विधायक और वन विभाग दोनों को बार-बार गुहार लगा रहे हैं. हालांकि, उन्होंने नमक खेतों को तैयार करने की भी अनुमति नहीं दी. जब पूरे लिटिल रण के लिए फैसला हो गया तो हमें समझ नहीं आता कि ऐसा भेदभाव सिर्फ हमारे साथ ही क्यों किया जाता है?”
देखिए पूरी वीडियो रिपोर्ट.
न्यूज़लॉन्ड्री को सब्सक्राइब करें : hindi.newslaundry.com/subscri...
हमारी इस इलेक्शन कवरेज को अपना सहयोग दें : hindi.newslaundry.com/2024-el...
अन्य सभी अपडेट्स के लिए डाउनलोड करें न्यूज़लॉन्ड्री एप-
www.newslaundry.com/download-app
न्यूज़लॉन्ड्री हिंदी के व्हाट्सएप चैनल से जुड़ें :
whatsapp.com/channel/0029Va5n...
न्यूज़लॉन्ड्री के उतपाद अब अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उपलब्ध हैं. यहां खरीदें : kadakmerch.com/collections/ne...
न्यूज़लॉन्ड्री हिंदी से आप इन सोशल मीडिया चैनल्स पर भी जुड़ सकते हैं-
व्हाट्सएप: bit.ly/nlhindiwhatsapp03
फेसबुक: / newslaundryhindi
ट्विटर: / nlhindi
इंस्टाग्राम: / newslaundryhindi